Thursday, May 15, 2025
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विद्युत निजीकरण के विरोध में 15 लाख कर्मचारियों गए हड़ताल पर

  •  कर्मचारियों ने कार्य बहिष्कार से बिजलीघरों में कामकाज ठप
  • कार्यालय बंद होने से विद्युत उपभोक्ता हुए परेशान

रवि यादव की रिपोर्ट

मथुरा। यूपी में डिस्कॉम पूर्वांचल विद्युत वितरण निगम लिमिटेड के निजीकरण के प्रस्ताव के विरोध में मथुरा सहित बिजली विभाग के 15 लाख कर्मचारी सोमवार को एक दिन के लिए हड़ताल पर चले गए हैं। सभी विद्युत कार्यालय बंद रहे और कामकाज पूरी तरह ठप्प रहा। इस हड़ताल से विद्युत उपभोक्ताओं को भारी परेशानी का सामना करना पड़ा।

हड़ताल पर गए कर्मचारियों में विद्युत विभाग के जूनियर इंजीनियर, उप विभागीय अधिकारी, कार्यकारी इंजीनियर और अधीक्षण अभियंता शामिल हैं। हड़ताल के दौरान विद्युत कर्मचारियों ने मथुरा के केंट बिजली घर पर चेतावनी देते हुए कहा कि यदि सरकार द्वारा निजीकरण का फैसला वापस नहीं लिया गया तो आने वाले समय में और उग्र प्रदर्शन किया जाएगा। विद्युत कर्मचारियों द्वारा कैंट विद्युत घर पर जमकर यूपी सरकार के विरोध में नारेबाजी की। कर्मचारियों कहना है कि सरकार निजीकरण करके विद्युत कर्मचारी और जनता के साथ धोखा कर रही है।
इस संबंध में विद्युत कर्मचारी नेता सचिन द्विवेदी एवं मदनमोहन आर्य
ने बताया कि संयुक्त संघर्ष समिति के आह्वान पर पूर्वांचल में विद्युत का निजीकरण किए जाने के प्रस्ताव को लेकर आन्देालन किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि सरकार निजीकरण करके यूपी की विभाग के कर्मचारी और उपभोक्ताओं के लिए परेशानी बढ जाएगी। निजीकरण के कारण जनता को पर्याप्त बिजली नहीं मिल पाएगी। कोई भी कंपनी महंगी बिजली खरीदकर सस्ती बिजली नहीं बेचेगी।

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