- यूपी सरकार के अपराधों पर नियंत्रण के दावे मथुरा में खोखले साबित
- लगातार आपराधिक वारदातों से आम जन को सताने लगा डर
मथुरा। जनपद में अपराध का ग्राफ तेजी से बढ गया है। महज 36 घंटे में एक मासूम का अपहरण उसके बाद उसकी हत्या की घटना सहित 8 लोगों की हत्या से मथुरा जनपद दहल गया है। लोगों को अपनी और अपने बच्चों की सुरक्षा को लेकर चिंता सताने लगी है। जिले में एक के बाद एक आपराधिक घटनाओं के लिए लोगों द्वारा पुलिस पस्त अपराधी मस्त की बात कही जाने लगी है।
जहां यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ अपराध को नियंत्रित करने का दावा कर रहे हैं। वहीं यूपी के मथुरा जनपद में एक के बाद एक हो रही आपराधिक घटनाओं से लोगों के होश फाख्ता हो गए हैं। जिले में विगत दिनों दिनदहाड़े निरंतर लूट की घटनाओं ने व्यापारियों के होश उड़ा रखे हैं। अब पिछले 36 घंटे में औरंगाबाद में 11 वर्षीय बच्चा रुपेश का अपहरण और उसके बाद उसकी हत्या कर दी गई। इसके अलावा सोमवार को छाता के दद्दीगढी गांव में 30 वर्षीय युवक की गोली लगने से मौत, वृंदावन कोतवाली क्षेत्र के नयति अस्पताल के समीप इंडस्ट्री एरिया में छरौरा निवासी 35 वर्षीय राजू की हत्या कर दी गई। मथुरा के गोविन्द नगर क्षेत्र में एक कानून की किताब बेचने वाले 50 वर्षीय राकेश गौतम की हत्या कर दी गई। वहीं कृष्णा नगर पुलिस चौकी क्षेत्र में अम्बेडकर नगर कालोनी में 25 वर्षीय विवाहिता मंजू की हत्या हो गई। हत्याओं का सिलसिला यही नहीं रुका। मंगलवार को दिन निकलते ही सुरीर थाना क्षेत्र में गोली मारकर दिनदहाड़े वृद्ध पति-पत्नी की हत्या कर दी गई। वहीं सदर थाना क्षेत्र के एक आश्रम में साधु की हत्या हो गई। आशंका जताई जा रही है कि साधु को लाठी-डंडों से पीट-पीटकर हत्या की गई है। पिछले 36 घंटे में हुई 8 हत्या और मासूम का अपहरण की घटना ने मथुरा जनपद के लोगों को झकझोर दिया है। डरे-सहमे लोग अपने बच्चों को घर से बाहर अकेले खेलने के लिए भेजने से भी डर रहे हैं।
इन सभी हत्याओं में क्षेत्रीय पुलिस अधिकारियों के पास कोई संतुष्टिपरक जवाब नहीं है। सिर्फ इसके कि जांच चल रही है। जांच के बाद विधिक कार्रवाई की जाएगी।