- केस की अगली सुनवाई 20 अक्टूबर को होगी
- पुलिस चारों संदिग्धों को फिर कोर्ट में करेगी पेश
मथुरा। हाथरस आड़ की यूपी में जातीय हिंसा भड़काने की साजिश को अंजाम देने वाले चारों पीएफआई के संदिग्ध सदस्यों को पुलिस ने कोर्ट में पेश किया। इससे पहले इन चारों पुलिस ने जांच पड़ताल कर गंभीर धाराओं में एफआईआर दर्ज की गई।
कोर्ट ने मामले की गंभीरता को देखते हुए चारों संदिग्धों को 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेजा है और अगली सुनवाई की डेट 20 अक्टूबर निर्धारित की है। वहीं सूत्रों के अनुसार इन चारों की गिरफ़्तारी के बाद मथुरा पुलिस के साथ ही मथुरा जिले में खुफिया एजेंसी हरकत में आ गई हैं। खुफिया अधिकारी यमुना एक्सप्रेस और हाईवे से जुडे सभी नाकों के अलावा मथुरा जनपद में सामाजिक सदभाव को बिगाड़ने वाली सभी गतिविधियों पर अपनी पैनी नजर रखे हुए हैं। जहां तक कि सोशल प्लेटफार्म पर भी खुफिया विभाग की नजर है। मथुरा में संक्रीय खुफिया एजेंसी केन्द्र और राज्य सरकार को हर दिन का इनपुट भेज रही हैं। वहीं मथुरा पुलिस के अलावा आसपास के जनपदों की पुलिस भी सतर्क हो गई है। बाहरी वाहनों और गतिविधियों पर नजर बनाए हुए हैं।
ज्ञात हो कि सोमवार को मांट पुलिस ने चारों संदिग्धों को यमुना एक्सप्रेस-वे के मांट टोल प्लाजा के पास पकड़ा था। ये चारों संदिग्ध दिल्ली से हाथरस जा रहे थे।
इन्हें पकड़ा गया
1- सिद्दीकी पुत्र मोहम्मद चैरूर निवासी बेंगारा थाना मल्लपुरम, केरल
2- अतीक उर रहमान पुत्र रौनक अली निवासी नगला थाना रतनपुरी जिला मुजफ्फरनगर
3- मसूद अहमद निवासी कस्बा और थाना जरवल जिला बहराइच
4- आलम पुत्र लईक पहलवान निवासी घेर फतेह खान थाना कोतवाली, जिला रामपुर