- डीएसपी ने सीएम योगी से लगाई जान बचाने की गुहार
- एक पुलिस इस्पेक्टर को बताया रेपिस्ट
लखनऊ। यूपी में बीते दिनों हाथरस, बलरामपुर और आजमगढ जैसे जिलों में बेटियों के साथ हुए रेप और हत्या की वारदात से मचा सियासी बवाल अभी थमा भी नहीं कि इसी बीच अब यूपी के एक पुलिस अधिकारी ने अपने इंस्पेक्टर से ही अपनी जान का खतरा बता कर पुलिस की कार्य प्रणाली पर एक बड़ा सवाल खड़ा कर दिया है।
गाजियाबाद के पूर्व क्षेत्राधिकारी और वर्तमान में महोबा के डीएसपी राजकुमार पांडेय के वायरल ऑडियो में एक ओर उन्होंने गाजियाबाद के लोनी इंस्पेक्टर से अपनी जान का खतरा बताया है, तो दूसरी ओर पुलिस इस्पेक्टर को वर्दी में साक्षात रेपिस्ट बताते हुए अपनी जान बचाने के लिए यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, डीजीपी और प्रमुख सचिव गृह से गुहार लगाई है।
डीएसपी ने कही ये बात
डीएसपी राजकुमार पांडेय अपने वायरल ऑडियो में अपना परिचय और उप्लब्धियों बताते हुए कहते है कि मैं पूर्व क्षेत्राधिकारी राजकुमार पांडेय सीओ, लोनी गाजियाबाद। मैंने यहां सीएए के आंदोलन से लेकर जब सारे जहां से अच्छा हिन्दोस्तां हमारा गीत चला और 1 लाख से ज्यादा की भीड़ थी। मैंने 2 दिन तक लगकर पूरी भीड़ को नियंत्रित किया। भीड़ में घुसकर अपनी जान की भी परवाह नहीं की। फरवरी लास्ट में हुए दिल्ली दंगों में 15 दिन बॉर्डर पर कैंप किया। सब्जी मंडी में आग लगने पर छत से कूद कर उसे बुझाया। दिल्ली पुलिस कमिश्ननर श्रीवास्तव ने भी वेलडन सीओ एसडीएम और सीओ कहा। हम लोगों ने उत्तर प्रदेश के प्रवेश द्वार लोनी के पास भड़के दंगे से 8-10 दिन तक लगातार प्रदेश की रक्षा की। इसके बावजूद मेरे साथ दुर्व्यवहार किया गया और मेरी एक बात नहीं सुनी गई।