लखनऊ। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बुधवार को भ्रष्टाचार के आरोप में तत्कालीन अधीक्षण अभियंता, ग्रामीण अभियंत्रण विभाग, लखनऊ परिमंडल निलंबित कर दिए गए हैं। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने टेंडर कार्यों में अनियमितता के आरोपों में एमएम हुसैन तत्कालीन अधीक्षण अभियंता, ग्रामीण अभियंत्रण विभाग, लखनऊ परिमंडल (संप्रति कानपुर परिमंडल) को निलंबित करने का आदेश दिया है। मुख्यमंत्री कार्यालय ने ट्वीट करके इस कार्रवाई की जानकारी दी है।
अधीक्षण अभियंता एमएम हुसैन पर आरोप था कि जनपद लखनऊ और हरदोई में करीब आधा दर्जन निर्माण कार्यों के लिए निविदा आवंटन में अनियमितता की गई है। ज्यादातर काम सड़क निर्माण से जुड़े थे। यही नहीं टेंडर में नियमों की अवहेलना होने की आपत्तियों का भी संज्ञान नहीं लिया और नियमों को दरकिनार कर टेंडर आवंटन कर दिया। विभागीय जांच में गड़बड़ी की पुष्टि भी हुई नतीजतन अब मुख्यमंत्री ने अधीक्षण अभियंता एमएम हुसैन को निलंबित करने का आदेश दिया है।
मॉनिटरिंग एंड ऑडिटर अथॉरिटी का गठन होगा
भ्रष्टाचार पर जीरो टॉलरेंस पॉलिसी के तहत अब निर्माण योजनाओं में होने वाली कमीशनखोरी और भ्रष्टचार पर अंकुश लगाने की तैयारी है। राज्य में निर्माण योजनाओं के लिए अब मॉनिटरिंग एंड ऑडिटर अथॉरिटी का गठन किया जाएगा। यह प्रदेश की निर्माण परियोजनाओं और निर्माण की गुणवत्ता की जांच करेगी। इसके साथ ही यह अथॉरिटी विभागों में टेंडर में घोटाले व जमीनी स्तर पर भ्रष्टाचार पर निगरानी करेगी।