गुवाहाटी। शारदीय नवरात्रि से पहले असम के गुवाहाटी में स्थित कामाख्या मंदिर के द्वार रविवार से आम भक्तों के लिए खुल गए हैं। अब भक्त मंदिर में परिक्रमा कर पाएंगे। हालांकि अभी मंदिर के आंतरिक गर्भ गृह को भक्तों के लिए बंद रखा गया है। वहीं मंदिर प्रबंधन का कहना है कि मंदिर खोलने का फैसला स्थानीय प्रशासन से विचार विमर्श के बाद लिया गया है।
कोरोना वायरस संक्रमण के कारण केन्द्र सरकार द्वारा बीते मार्च माह में लगाए गए लॉकडाउन के बाद कामाख्या मंदिर अब खुला है। ऐसे में अभी में कोरोना वायरस संक्रमण को फैलने से रोकने के लिए मंदिर में प्रवेश करने वाले भक्तों को कोविड 19 की गाइडलाइंस का पालन करना पड़ेगा। इसके मंदिर प्रबंधन ने कोनोना वायरस के संक्रमण से बचाव के लिए जरुरी इंतजामात किए हैं।
कामाख्या मंदिर में दर्शन के लिए आने वाले भक्तों को पहले कोरोन टेस्ट कराना होगा। यह टेस्ट सभी के लिए अनिवार्य है। इसके लिए जिन लोगों के पास पिछले तीन दिनों की अवधि की कोरोना रिपोर्ट है तो उसे अनुमति दी जाएगी। अन्य लोगों के लिए मंदिर के एंटी पॉइंट के पास असम स्वास्थ्य विभाग की ओर से रैपिड एंटीजन टेस्ट के लिए कैंप लगाए जाएंगे। इसके साथ ही मंदिर आने वाले भक्तों की थर्मल स्क्रीनिंग होगी और सभी के लिए मास्क लगाना अनिवार्य होगा।
जानकारी के मुताबिक देवालय कॉप्लेक्स का गेट सामान्य दिनों में सुबह 8 बजे से सूर्यास्त तक आम भक्तों के लिए खुला रहेगा। वहीं दुर्गा पूजा के दौरान इसका समय बदल भी सकता है। इस मामले में मंदिर प्रबंधन और स्थानीय प्रशासन के बीच विचार विमर्श किया जा रहा है।