- मोरारी बापू ने भगवान कृष्ण और बलराम को लेकर की थी अमर्यादित टिप्पणी
- संतों के साथ मौजूद थे तीर्थ पुरोहित महासभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष महेश पाठक
बल्देव। भगवान कृष्ण के ज्येष्ठ भ्राता दाऊजी महाराज को लेकर पूर्व में दिए अमर्यादित बयान के बाद रामकथा वाचक मोरारी बापू पहली बार सोमवार को ब्रज में आए हैं। वह ब्रज के संतों के साथ ध्वज लेकर दाऊजी मंदिर पहुंचे। मंदिर में दाऊजी महाराज के दर्शन करने के साथ ही अपने पूर्व कथन पर माफी मांगी। संतों के साथ अखिल भारतीय तीर्थ पुरोहित महासभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष महेश पाठक भी मौजूद थे।
रविवार को रामकथा वाचकमोरारी बापू महावन स्थित रमणरेती आश्रम पहुंचे। यहां से कार्ष्णि गुरु शरणानन्द महाराज, योग गुरु स्वामी रामदेव, गीता मनीषी स्वामी ज्ञानानन्द महाराज के साथ वह दाऊजी स्थित दाऊ बाबा के मंदिर पहुंचे। दाऊजी महाराज के दर्शन करने के पश्चात उन्होंने भगवान दाऊजी के लिए कथा के दौरान अमर्यादित कथन पर माफी मांगी। उनके द्वारा पीले रंग की ले जाई गई ध्वजा भी मंदिर के शिख्रर पर चढाई गई। इस दौरान अखिल भारतीय तीर्थ पुरोहित महासभा के राष्ट्रीण् अध्यक्ष महेश पाठक भी संतों के साथ मौजूद रहे।
अखिल भारतीय तीर्थ पुरोहित महासभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष महेश पाठक ने कहा कि रामकथा प्रवक्ता मोरारी बापू द्वारा दाऊजी महाराज के बारे में जो अमर्यादित टिप्पणी की थी, इस पर हमने विरोध जताते हुए कहा था कि यह ब्रज के किसी भी मंदिर में आकर माफी मांगें तभी इन्हें माफ किया जाएगा। इस पर आज कथा प्रवक्ता मोरारी बापू दाऊजी महाराज के ही मंदिर में आकर माफी मांगी है। इस पर हमने आज इन्हें माफ किया।
आपको बता दें कि रामकथा वाचक मोरारी बापू पर आरोप था कि उत्तर प्रदेश में एक कथा के दौरान मोरारी बापू ने श्रीकृष्ण के वंशजों पर आपत्तिजनक टिप्पणी की थी। भगवान कृष्ण के बड़े भाई बलराम एवं उनके वंशजों को शराबी बताया था। इस पर देशभर के साथ-साथ ब्रज में आक्रोश पनपा। ब्रज से अखिल भारतीय तीर्थ पुरोहित महासभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष मेहश पाठक ने भी रामकथा वाचक के आपत्तिजनक बयान पर आपत्ति जताई थी और विरोध स्वरुप उनकी ब्रज में कथा न होने दने का ऐलान किया था।