- अब कथावाचकों को रखना होगा गाइड लाइन का ख्याल
- अखिल भारतीय तीर्थ पुरोहित महासभा जारी करेगी गाइड लाइन
मथुरा। अखिल भारतीय तीर्थ पुरोहित महासभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष महेश पाठक ने कहा कि यदि रामकथा वाचक मोरारी बापू एक-दो दिन में ब्रज के मंदिर में ब्रज के राजा दाऊजी महाराज को लेकर कहे गए अमर्यादित कथन पर माफी मांगने नहीं आते तो वह न्यायालय जाते और कानूनी कार्रवाई की प्रक्रिया अपनाते। इसके लिए वकील ने सभी तैयारियां पूर्ण कर ली थीं। उनके विरुद्ध केस दर्ज होता।
यह बात उन्होंने बुधवार को नियो न्यूज से बातचीत में कही। उन्होंने कहा कि देशभर के कथावाचकों को अखिल भारतीय तीर्थ पुरोहित महासभा द्वारा बनाई गई गाइड लाइन का ख्याल रखना होगा। रामकथा वाचक मोरारी बापू द्वारा हिन्दू देवों के लिए कहे गए अमर्यादित कथन और उसके बाद माफी मांगे जाने के बाद महासभा ने यह फैसला लिया है।
उन्होंने कहा कि इस घटना से सीख लेते भविष्य में इस तरह की पुनरावृत्ति न हो और कोई कथावाचक हिन्दू देवी-देवताओं और किसी के ईष्ट के बारे में अमर्यादित टिप्पणी करके आस्था को ठेस न पहुंचाए, इसके लिए तीर्थ पुरोहित महासभा जल्द ही एक गाइड लाइन तैयार कर रही है। यह गाइड लाइन विशेषतौर पर देश के सभी कथाचावकों के लिए होगी।
उन्होंने एक सवाल के जवाब में कहा कि तीर्थ पुरोहित महासभा का किसी से कोई राग द्वेष नहीं है। हम जब किसी धर्म के आराध्यों के लिए अमर्यादित शब्द का प्रयोग नहीं करते हैं तो हम ये भी उम्मीद रखते हैं कि कोई दूसरा भी हमारे ईष्ट और हिन्दू देवी-देवताओं के बारे में बुरा न कहे। जिससे कि ब्रजवासी और देश के करोड़ों आस्थावान लोगों की आस्था को ठेस न पहुंचे।
आपको बता दें कि रामकथा वाचक मोरारी बापू जो कि हिन्दू देवी-देवताओं की कथा देश-विदेश में कहते हैं, उनके द्वारा हमारे आराध्य भगवान कृष्ण और उनके बड़े भाई बलराम जिन्हें उनके भक्त दाऊजी भी पुकारते हैं, उनके बारे में अमर्यादित कथन कहा था। हमारी चेतावनी के बाद रामकथावाचक मोरारी बापू ने दाऊजी के मंदिर में आकर अपने कहे गलत कथन पर सेामवार को माफी मांगी।