लखनऊ। महोबा के कारोबारी इंद्र कांत त्रिपाठी की मौत के मामले में महोबा के तत्कालीन एसपी मणिलाल पाटीदार, कबरई के तत्कालीन एसओ देवेंद्र शुक्ला और सिपाही अरुण यादव के खिलाफ कोर्ट ने गिरफ्तारी वारंट जारी कर दिए हैं। पुलिस टीमें इनकी आरोपी पुलिसकर्मियों के तलाश में राजस्थान और गुजरात के संभावित ठिकानों पर दबिश दे रही हैं।
महोबा के कारोबारी इंद्र कांत त्रिपाठी की मौत के केस में तत्कालीन एसपी मणि लाल पाटीदार, एसओ देवेंद्र शुक्ला और सिपाही अरुण यादव के खिलाफ आत्महत्या के लिए दुष्प्रेरित करने, अवैध वसूली, आपराधिक साजिश और भ्रष्टाचार की धाराओं में एफआईआर दर्ज है। इस मामले में यह तीनों आरोपी फरार भी चल रहे हैं और सस्पेंड भी कर दिए गए हैं। इस मामले के विवेचक ने लखनऊ की कोर्ट में पेश होकर फरार आरोपियों के लिए गिरफ्तारी वारंट की मांग की। कोर्ट ने इन आरोपियों के खिलाफ गिरफ्तारी वारंट जारी कर दिया है। लखनऊ की एंटी करप्शन कोर्ट के प्रभारी विशेष न्यायाधीश हरेंद्र बहादुर सिंह की कोर्ट ने इन फ़रार आरोपियों के खिलाफ गिरफ्तारी वारंट जारी किया है।
ज्ञात हो कि महोबा के कारोबारी इंद्र कांत त्रिपाठी ने अपना एक वीडियो वायरल किया था, जिसमें उन्होंने तत्कालीन एसपी मणिलाल पाटीदार पर घूसखोरी का आरोप लगाते हुए उनसे अपनी जान को खतरा बताया था। इस वीडियो के एक दिन बाद ही संदिग्ध हालातों में इंद्रकांत त्रिपाठी की गोली लगने से मौत भी हो गई थी। इस मामले में महोबा के तत्कालीन एसपी समेत कई पुलिसकर्मियों को आरोपी बनाया गया था।
एसआईटी जांच में आत्महत्या की पुष्टि
इससे पहले कारोबारी इंद्रकांत त्रिपाठी हत्याकांड मामले की जांच कर रही स्पेशल इन्वेस्टिगेशन टीम ने अपनी रिपोर्ट पेश की। चित्रकूट धाम मंडल के आईजी के सत्यनारायण ने बताया कि एसआईटी और एसटीएफ के बाद आईजी द्वारा गठित विशेष विवेचना दल की रिपोर्ट इलेक्ट्रॉनिक व भौतिक रिपोर्ट में आत्महत्या की पुष्टि हुई है। जिसको लेकर व्यापारी इन्द्रकांत त्रिपाठी हत्या के मामले को आत्महत्या में परिवर्तित किया गया है। आईजी के मुताबिक इस मामले के 2 आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया है। वहीं तत्कालीन पुलिस अधीक्षक मणिलाल पाटीदार ,एसओ देवेन्द्र शुक्ला, सिपाही अरुण यादव की गिरफ्तारी के लिए पुलिस की टीमें राजस्थान और गुजरात मे दबिश दी जा रही है।