नई दिल्ली। पाकिस्तान में इमरान खान सरकार के खिलाफ विपक्ष का गुस्सा लगातार बढ़ता जा रहा है। कई सभाओं के जरिए इमरान सरकार के खिलाफ लोगों को एकजुट किया जा रहा है, तो अब इन्हीं रैलियों के कारण पाकिस्तान में बवाल बढ़ गया है। बीते दिनों कराची में हुई रैली के बाद पूर्व पाकिस्तानी पीएम नवाज़ शरीफ के दामाद मोहम्मद सफदर को गिरफ्तार कर लिया गया, हालांकि बाद में छोड़ भी दिया गया। लेकिन, इसको लेकर काफी रोष हुआ और अब दबाव में सेना ने इसकी जांच बैठा दी है।
पाकिस्तानी सेना के प्रमुख कमर जावेद बाजवा ने मंगलवार को आदेश दिया कि मोहम्मद सफदर की गिरफ्तारी क्यों और किन परिस्थितियों में हुई, इसकी जांच की जाए. दरअसल, मरियम नवाज़ ने आरोप लगाया था कि उनके होटल के कमरे में घुसकर तोड़फोड़ की गई और सफदर को लेकर चल दिए. जिसपर काफी हंगामा हुआ था, अब सेना इसकी जांच कराएगी।
इस घटना के बाद पाकिस्तान में बगावती सुर भी छिड़े हैं और सिंध पुलिस बनाम सेना और आईएसआई की जंग शुरू हो गई है। सिंध पुलिस का कहना है कि मोहम्मद सफदर को उनकी जानकारी के बिना गिरफ्तार किया गया, साथ ही जब ये अरेस्ट हुआ तो सिंध पुलिस के चीफ को कहीं घेर लिया गया था। उसी के बाद पाकिस्तानी आर्मी ने सीधा सफदर को गिरफ्तार कर लिया।
इसी के बाद खफा होकर सिंध पुलिस के आईजी ने छुट्टी पर जाने का ऐलान कर दिया, इसी के चलते सिंध पुलिस के हजारों जवान छुट्टी पर चले गए और कुछ ड्यूटी पर नहीं गए। जिसके कारण इलाके में काफी बवाल की स्थिति बनी और लोग सड़कों पर उतर आए। इसी दबाव में आकर सेना को अंतत: सफदर की गिरफ्तारी की जांच के आदेश देने पड़े। हालांकि, बाद में सिंध प्रांत की सरकार ने पुलिस से अपील की और छुट्टियां वापस लेने को कहा। जिसके बाद अधिकतर अधिकारियों ने अपनी छुट्टी वापस भी ले ली। गौरतलब है कि पाकिस्तान में इमरान सरकार के खिलाफ बगावत के सुर तेज हो रहे हैं और विपक्षी पार्टियां लगातार रैलियां कर रही हैं। हाल ही में कराची की रैली में मरियम नवाज़ ने इमरान खान को जमकर घेरा था।