मथुरा। उत्तरप्रदेश के सीएम योगी आदित्यनाथ द्वारा करोड़ों के छात्रवृत्ति घोटाले के मामले में मथुरा के समाज कल्याण अधिकारी रहे करुणेश त्रिपाठी को निलंबित करने के बाद शनिवार को एक बार फिर मथुरा में हड़कंप मच गया है। शासन द्वारा मथुरा में भेजे गए समाज कल्याण अधिकारी ने विभाग के निलंबित अधिकारी और बाबूओं सहित 66 के विरुद्ध एफआईआर दर्ज कराई है। इसमें 62 आईटीआई कॉलेजों के प्रबंधक एवं संचालक भी शामिल हैं।
मथुरा के समाज कल्याण अधिकारी रमाशंकर पाण्डेय ने सदर थाने में करोड़ों के छात्रवृत्ति घोटले के मामले में एफआईआर दर्ज कराई है। शासन के निर्देश पर की गई इस एफआईआर में निलंबित समाज कल्याण अधिकारी करुणेश त्रिपाठी, सहायक समाज कल्याण अधिकारी राहुल कुमार , विभाग के क्लर्क नवीन मलहोत्रा एवं योगेश कुमार को नामजद किया गया है। सदर थाना प्रभारी के मुताबिक अधिकारी द्वारा कराई गई इस एफआईआर में 62 आईटीआई कॉलेज के प्रबंधक एवं संचालक भी शामिल हैं। पुलिस ने यह एफआईआर धारा 420, 468 और 409 में दर्ज की है।
मान्यताविहीन शिक्षण संस्थानों में करीब 2 करोड़ 53 लाख की अनियमितताएं हुई थीं। जबकि 23 कॉलेजों में पांच हजार से अधिक छात्रों ने कोर्स ही पूरा नहीं किया और उन्हें करीब साढ़े 9 करोड़ की छात्रवृत्ति मिल गई। कई निजी आईटीआई कॉलेजों में स्वीकृत सीट के सापेक्ष करीब पांच हजार दाखिले कर लिए गए और उन्हें भी छात्रवृत्ति दिलाई गई। वहीं 38 कॉलेजों में 100 से अधिक समान नाम, पिता का नाम और समान जन्मतिथि वाले फर्जी छात्रों को भी शुल्क प्रतिपूर्ति कराई गई। यही नहीं फर्जी प्रमाण पत्रों के आधार पर भी छात्रों के दाखिले करने और उन्हें छात्रवृत्ति व शुल्क प्रतिपूर्ति कराने का काम हुआ।