अरुण यादव
वृंदावन। तीर्थनगरी वृंदावन से सटे सकराया गांव में चारे और दवाआें की कमी के चलते काल के गाल में समा रहे गोवंशों के लिए ‘बेजुवान हमारी जान’ संस्था वरदान साबित हो रही है।
सकराया गांव में चारे की कमी से परेशान गोवंश आपस में लड़ झगड़कर चुटैल हो रहे हैं। गांववासियों द्वारा इसकी सूचना ध्यानमूर्ति सत्संग सेवा संस्थान के समक्ष पहुंचाई। संस्थान के कार्यकर्ता अपनी टीम और रामजीवन शर्मा के साथ सकराया गांव पहुंचे। यहां टीम को गोवंश की बदहाली देखने को मिली। टीम ने घायल गोवंश का उपचार में लगी।
कार्यकर्ताओं की टीम में मौजूद डॉक्टर और अन्य साथियों ने मिलकर कुछ ही घंटों में सभी गौवंशों का उपचार किया। वहीं संस्थान की ओर से गोवंशों के लिए चारे की भी व्यवस्था की गई। साथ ही संस्थान ने ग्रामवासियों को आश्वासन दिया कि जब तक इन गौवंशों को कहीं अन्यत्र शिफ्ट नहीं किया जाता, तब तक चारे की जिम्मेदारी उनका संस्थान करेगा।