मल्टीफ्लो फॉसेट फिक्स्चर एक जिला, एक उत्पाद परियोजना में चयनित
मथुरा। जी.एल. बजाज ग्रुप ऑफ इंस्टीट्यूशंस के मैकेनिकल इंजीनियरिंग के छात्र पवन कुमार और मंत्र चड्ढा ने एक ऐसा मल्टीफ्लो फॉसेट फिक्स्चर तैयार किया है जिसके प्रयोग से मथुरा जनपद में 40 से 50 प्रतिशत पानी के अपव्यय को रोका जा सकेगा। छात्रों के इस इनोवेटिव आइडिया को एक जिला, एक उत्पाद परियोजना में भी चयनित किया गया है।
उत्तर प्रदेश जनसंख्या की दृष्टि से देश का सबसे बड़ा तथा क्षेत्रफल के मामले में दूसरा सबसे बड़ा राज्य है। उत्तर प्रदेश में कला और मेहनती लोगों की कमी नहीं है। अगर यहां किसी चीज की कमी है तो वह है, कारोबारियों और युवाओं को एक्सपोजर न मिलने की। युवाओं को नौकरी की तरफ भागने की बजाय स्वरोजगार की तरफ प्रोत्साहित करने के लिए ही उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार ने 10 अगस्त, 2018 को एक जिला, एक उत्पाद परियोजना का श्रीगणेश किया था।
मथुरा जनपद बाथरूम फिटिंग में विशिष्ट स्थान रखता है। ऐसे में जी.एल. बजाज के छात्रों का इनोवेटिव आइडिया मल्टीफ्लो फॉसेट फिक्स्चर मथुरा को नई पहचान दिला सकता है। जनपद के लिए गौरव की बात है कि जी.एल. बजाज के मैकेनिकल इंजीनियरिंग के छात्र पवन कुमार और मंत्र चड्ढा के प्रस्तावित प्रोजेक्ट को अब्दुल कलाम तकनीकी विश्वविद्यालय, लखनऊ द्वारा भी स्वीकार कर लिया गया है।
उत्तर प्रदेश के हर जिले का अपना एक विशेष उत्पाद है, जिसके लिए वह प्रसिद्ध भी है। सरकार बस उसी उत्पाद में अपना ध्यान केंद्रित करके उस उत्पाद की गुणवत्ता को बढ़ाने के लिए युवा पीढ़ी को प्रोत्साहित कर रही है। सरकार की मंशा को मूर्तरूप देने की खातिर ही जी.एल. बजाज ग्रुप ऑफ इंस्टीट्यूशंस के मैकेनिकल इंजीनियरिंग के छात्र पवन कुमार और मंत्र चड्ढा ने मल्टीफ्लो फॉसेट फिक्स्चर तैयार किया है, जिससे पानी के अपव्यय को आसानी से रोका जा सकेगा।
आर.के. एज्यूकेशन हब के अध्यक्ष डा. रामकिशोर अग्रवाल, उपाध्यक्ष पंकज अग्रवाल, प्रबंध निदेशक मनोज अग्रवाल तथा संस्थान की निदेशक डा. नीता अवस्थी ने इन छात्रों के इनोवेटिव आइडिया पर प्रसन्नता व्यक्त करते हुए प्रोजेक्ट की सफलता की शुभकामनाएं दी हैं। अध्यक्ष डा. अग्रवाल ने कहा कि पानी की बर्बादी को रोकना आज सबसे बड़ी जरूरत है, बूंद-बूंद पानी का अपना महत्व है।
चित्र कैप्शनः मल्टीफ्लो फॉसेट फिक्स्चर तैयार करने वाले जी.एल. बजाज के छात्र पवन कुमार और मंत्र चड्ढा।