मथुरा। कासीकलां के शेरनगर में ग्राम समाज की जमीन फसल काटने को लेकर किसान परिवार की महिलाएं और पुलिस के बीच जद्दोजहद हुई। महिला पुलिस न होने पर क्षेत्रीय पुलिस ने महिलाओं को जमकर दौड़ाया और कुर्क हुई फसल को काटने से रोका। इस बीच महिला और पुरुष पुलिस में जमकर खीचतान हुई। इसकी वीडियो सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो रही है। वहीं विरोधी दल भी सोशल मीडिया पर सक्रीय हो गए हैं।

सोमवार को शेरनगर गांव में किसान परिवार ने ग्राम समाज की जमीन पर गेहूं की फसल काटने पहुंचे। फसल काटने में किसान परिवार की महिलाएं और बेटियां थी। जानकारी होने पर पहुंची पुलिस ने महिलाओं को फसल काटने से रोका और उनको दौड़ाया और खींचतान की।

स्थानीय पुरुष पुलिसकर्मियों को फसल लगे खेत से हटाया। इस दौरान महिलाएं खेत में ही गिर गई। लेकिन ने उन्हें नहीं छोड़ा और खींचते हुए ले गए। इस दौरान बनाई गई वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गई। वहीं विरोधी राजनीतिक दल भी सक्रीय हो गए हैं। सोशल मीडिया पर विरोधी इस वीडियो को वायरल करने के साथ ही किसान परिवार पर मथुरा पुलिस द्वारा दुव्र्यवहार करने का आरोप लगाया है। इस पर पुलिस ने भी सोशल मीडिया पर स्पष्टीकरण दिया है।

काबिलेगौर बात यह है कि ग्राम समाज की जमीन पर फसल जब किसान परिवार ने बोई तो स्थानीय प्रशासन ने क्यों नहीं संज्ञान लिया और तभी क्यों नहीं रोका।
वहीं एसपी देहात श्रीचन्द्र ने शेरनगर में सोमवार को ग्राम समाज की जमीन पर अवैध रुप से कब्जा कर बोए गए गेहूं की फसल को छाता एसडीएम ने कुर्क करने के आदेश का उल्लंघन हो रहा था। फसल की कटाई हो रही थी। इसी दौरान महिलाआें द्वारा अपने ऊपर मिट्टी का तेल डालने का कोशिश की गई। पुलिस कर्मियों द्वारा महिलाओं को सकुशल बचाया गया। इसमें किसी प्रकार की कोई दुव्र्यवहार नहीं की गई। इस दौरान पुलिस द्वारा महिलाओं का जीवन बचाने का प्रयास किया गया है।