डॉ. विशाल गुप्ता ने छात्र-छात्राओं को बोन ग्राफ्टिंग की उपयोगिता समझाई
मथुरा। के.डी. डेंटल कॉलेज एण्ड हॉस्पिटल के डीन और प्राचार्य डॉ. मनेश लाहौरी द्वारा शनिवार को एक ऑनलाइन वेबिनार का आयोजन किया गया। इस वेबिनार में जाने-माने दंत रोग विशेषज्ञ और डब्ल्यूसीओआई जापान द्वारा पुरस्कृत डॉ. विशाल गुप्ता ने इम्प्लांटोलॉजी में “गाइडेड बोन रीजनरेशन” विषय पर अपने अनुभव साझा किए। उन्होंने छात्र-छात्राओं को बोन ग्राफ्टिंग की उपयोगिता समझाई।
डॉ. विशाल गुप्ता ने के.डी. डेंटल कॉलेज से ही दंत शल्य चिकित्सा में स्नातक की पढ़ाई पूरी की। 2009 में उन्होंने ग्रेजुएशन के दौरान ही एक साल का डेंटल इम्प्लांट प्रोग्राम पूरा किया। डेंटल कॉलेज और फिर विश्व प्रसिद्ध, यूसीएलए (यू.एस.ए.) से डेंटल इम्प्लांटोलॉजी में एक साल का मास्टर्स प्रोग्राम पूरा करने वाले डॉ. विशाल गुप्ता ने वेबिनार में बोन ग्राफ्टिंग पर विस्तार से जानकारी दी। उन्होंने बोन ग्राफ्टिंग का उपयोग करके इम्प्लांट लगाने से पहले रूटीन डेंटल प्रैक्टिस में सामने आए सिंगल टूथ बोन डिफेक्ट, मल्टीपल टूथ बोन डिफेक्ट या पूरे जबड़े को कवर करने वाले दोष का इलाज करने का छात्र-छात्राओं को रोडमैप भी समझाया। डॉ. गुप्ता ने पृष्ठभूमि, सिद्धांत, प्रोटोकॉल, गाइडेड बोन रीजनरेशन में प्रयुक्त सामग्री, सफलता का मानदंड और जीबीआर के दीर्घकालिक परिणामों पर भी चर्चा की। उन्होंने अस्थि झिल्लियों के उपयोग पर भी जोर दिया।
इस दौरान संस्थान के भावी दंत चिकित्सकों ने लाइव प्रश्नावली के माध्यम से कई तरह के सवाल भी पूछे जिनके डॉ. गुप्ता ने सटीक जवाब दिए। उन्होंने बहुत अच्छे तरीके से छात्र-छात्राओं की जिज्ञासा को शांत किया। डॉ. गुप्ता की जहां तक बात है वह आगरा और नई दिल्ली शहरों में सफल दंत प्रत्यारोपण हॉस्पिटल चलाने के साथ-साथ यूसीएएस, एमयूआरसीआईए, स्पेन और बुसान विश्वविद्यालय (कोरिया) जैसे प्रतिष्ठित विश्वविद्यालयों के साथ विभिन्न राष्ट्रीय तथा अंतरराष्ट्रीय दंत प्रत्यारोपण प्रशिक्षण कार्यक्रमों में भारत का गौरव बढ़ाया।
डॉ. गुप्ता ने “ट्रीटमेंट प्लानिंग स्टेप्स इन ओरल इम्प्लांटोलॉजी, ए कलर्ड एटलस” पुस्तक भी लिखी है, जिसकी पहली प्रति उन्होंने भारत के पूर्व राष्ट्रपति, स्वर्गीय प्रणब मुखर्जी को 2017 में भेंट की थी। इन्हें डब्ल्यूसीओआई जापान से एक राजनयिक पुरस्कार भी मिला है। इन्हें आईसीडी, यूएसए और एओआई, भारत से फेलोशिप भी प्राप्त हुई हैं। डॉ. गुप्ता एक फैकल्टी के रूप में फुकेत में रोटरी क्लब, यूएसए द्वारा आयोजित वर्ल्ड डेंटल ट्रीटमेंट कैंप का हिस्सा भी रह चुके हैं।
वेबिनार को छात्र-छात्राओं ने बहुत उपयोगी बताया तथा संस्थान के प्राचार्य डॉ. मनेश लाहौरी ने डॉ. गुप्ता का आभार माना। वेबिनार के सफल आयोजन में के.डी. डेंटल कॉलेज के प्राध्यापकों तथा प्रशासनिक अधिकारी नीरज छापड़िया का विशेष योगदान रहा। संस्थान के प्रबंध निदेशक मनोज अग्रवाल ने कहा कि ऐसे वेबिनारों से छात्र-छात्राओं को बहुत कुछ सीखने को मिलता है। छात्र-छात्राएं जो भी सीखते हैं उन्हें समय-समय पर उनका प्रयोग भी अमल में लाना चाहिए।