अलीगढ़। जिले में नहर में फेंकी गई कथित जहरीली शराब पीने के कारण तीन और लोगों की मौत होने से एक गांव में मरने वालों की संख्या नौ हो गई है। जिले के मुख्य चिकित्सा अधिकारी भानु प्रताप कल्याणी ने इस बात की पुष्टि करते हुए कहा कि गुरुवार से अब तक रोहेरा गांव में जहरीली शराब के सेवन करने वाले 9 लोगों के पोस्टमार्टम हो चुके हैं। जहरीली शराब पीने से हालत बिगड़ने पर अभी भी अस्पताल में भर्ती लोग जीव के लिए संघर्ष कर रहे हैं। अभी तक प्रशावन ने 35 लोगों की मौत की पुष्टि की है कि जबकि 98 लोगों के पोस्टमॉर्टम हो चुके हैं। इनकी बिसरा रिपोर्ट आने के बाद ही स्थिति स्पष्ट हो सकेगी।
उन्होंने बताया कि पीड़ितों का उपचार मुख्य रूप से जवाहर नेहरू मेडिकल कॉलेज अस्पताल और कुछ निजी अस्पतालों में किया जा रहा है। कल्याणी के मुताबिक एक ईंट भट्ठे पर काम करने वाले कई मरीज अब भी अस्पताल में जीवन के लिए संघर्ष कर रहे हैं।
पुलिस के मुताबिक शुक्रवार सुबह अकबराबाद थाना क्षेत्र के कोड़ियागंज में एक अन्य ईंट भट्ठे पर काम करने वाले मजदूर की कथित तौर पर नकली शराब पीने से मौत हो गई। पुलिस के मुताबिक ये शराब उसी नहर में बह रहे एक टोकरे में तैर रही थी जो बुधवार को रोहेरा के मजदूरों को मिली थी। जिले में काफी समय से जहरीली शराब के मामले सामने आ रहे थे इसके बावजूद अवैध शराब के निर्माण और वितरण पर रोक नहीं लगी।
वहीं जवाहर लाल नेहरू मेडिकल कॉलेज के सीएमएस डॉक्टर हारिस मंजूर ने बताया, ‘इस अस्पताल में बुधवार रात से गुरुवार शाम तक 32 लोग भर्ती हुए जिनमें सात की आज सुबह तक मौत हो गई वहीं 25 का उपचार अभी भी चल रहा है, जिनमें कई की हालत अब भी गंभीर बनी हुई है।’
अब तक 98 पोस्टमार्टम
सीएमओ कल्याणी ने पत्रकारों को बताया कि पिछले शुक्रवार (28 मई) को जहरीली शराब की घटना के बाद अब तक कुल 98 लोगों का पोस्टमार्टम किया जा चुका है। उन्होंने कहा, ‘जिला प्रशासन 98 लोगों की मौत के कारणों की पुष्टि के लिए बिसरा रिपोर्ट का इंतजार कर रहा है। प्रशासन ने 28 मई की जहरीली शराब की घटना से अब तक 35 लोगों की मौत की पुष्टि की है।’
दो जून को रोहेरा गांव में हुई जहरीली शराब की घटना में महिलाओं समेत सभी पीड़ित बिहार राज्य के प्रवासी मजदूर हैं और यहां एक स्थानीय ईंट भट्ठे पर काम करते हैं और अस्थायी तौर पर झोपड़ियों में रहते हैं।
हादसे के बाद दर्दनाक मंजर
हादसे के बाद बृहस्पतिवार को जब मीडियाकर्मी वहां पहुंचे तो एक दर्जन से अधिक बच्चे भूखे प्यासे मिले जिनके माता-पिता अस्पतालों में भर्ती थे। यह मामला संज्ञान में आते ही स्थानीय विधायक दलवीर सिंह ने तुरंत बच्चों के भोजन की व्यवस्था कराई। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक कलानिधि नैथानी ने बृहस्पतिवार को संवाददाताओं को बताया था कि बुधवार रात जवां थाना क्षेत्र के रोहेरा गांव के पास एक नहर में फेंकी गई संदिग्ध रूप से मिलावटी शराब पीने से बड़ी संख्या में ईंट भट्ठा श्रमिक बीमार हो गए।