नई दिल्ली। क्या किसी बहन का भाई इतना बेरहम हो सकता है कि वह अपने दोस्तों के साथ मिलकर अपनी बहन की मौत का इंतजार करे। जी हां ऐसी ही खौफनाक घटना दिल्ली के द्वारका क्षेत्र के गांव अंबरहाई गांव में हुई है। यहां भाई ने बहन और उसके सुहाग जान लेने के लिए उन पर ताबड़तोड़ गोलियां दाग दी। इस वारदात को जानने के बाद मजबूत से मजबूत दिल वालों की रूह भी कांप गई।
जमाने की नफरत से दूर दिल्ली आया था कपल
इस कहानी की शुरुआत हरियाणा के सोनीपत के रहने वाले एक ही गोत्र के प्रेमी जोड़े से होती है, जिन्होंने अपने प्यार के आगे अपने गोत्र की बंदिशों को समझने की भूल कर दी और एक दूसरे से प्यार करने के बाद शादी कर ली। वे दोनों जमाने की नफरत से दूर दिल्ली के द्वारका में रहने लगे, लेकिन दोनों इस बात से अनजान थे कि उनके प्यार पर अभी भी अपनों का पहरा है।
उस खौफनाक दिन पटरी से उतर गई जिंदगी
उनकी खुशहाल जिंदगी में बीते 24 जून को रात करीब 9 बजे ऐसा ग्रहण लगा कि जिंदगी पटरी से उतर गई। द्वारका के अंबरहाई गांव में एक लड़के और लड़की पर ताबड़तोड़ हुई फायरिंग की खबर ने पुलिस के भी होश उड़ा दिए। मौके पर पहुंची पुलिस को पता चला कि सोनीपत के रहने वाले 23 साल के विनय दहिया और उसकी 19 साल की पत्नी किरण दहिया को कुछ अज्ञात लोगों ने घर में घुसकर गोली मार दी। चार गोली लगने से विनय दहिया की मौत हो गई जबकि 3 गोली लगने के बाद भी किरण की जान बच गई, जिसका इलाज द्वारका के वेंकटेश्वर अस्पताल में चल रहा है।
परिवार के खिलाफ जाकर की थी शादी
पुलिस ने जब पूरे मामले की तफ्तीश की तो पता चला कि विनय और किरण ने 2020 में परिवार के खिलाफ जाकर शादी कर ली थी। इसी बात से किरण के परिवार वाले उससे नाराज चल रहे थे। विनय और किरण दोनों एक ही गांव गोपालपुर के रहने वाले थे और इसलिए परिवार के सदस्य इस शादी के सख्त खिलाफ थे। दोनों को डर था कि रिश्तेदार उन्हें नुकसान पहुंचा जा सकते हैं और इसीलिए उन्होंने अगस्त, 2020 में लड़की के रिश्तेदारों के खिलाफ पंजाब और हरियाणा हाइकोर्ट में एक याचिका दायर की थी।
पुलिस की जांच में हुआ ये अहम खुलासा
मामले की जांच करते हुए पुलिस ने टेक्निकल और ह्यूमन इंटेलिजेंस के आधार पर पता लगाया कि इस हत्याकांड को अंजाम देने वाले कम से कम चार लोग थे। जिसमें से एक की पहचान किरण के सगे भाई अमन दहिया के तौर पर हुई है, जबकि दूसरे की पहचान किरण के चचेरे भाई विक्की दहिया के रूप में हुई है। पुलिस ने आरोपी विक्की दहिया और उसके एक दोस्त ऋतिक को गिरफ्तार कर लिया है।
इस वजह से लड़की के परिजन थे नाराज
पूछताछ में उन्होंने बताया कि विनय और किरण की शादी के बाद से ही किरण के घरवाले बेहद नाराज थे। उन्हें लगता था कि एक ही गोत्र के होने की वजह से उनकी समाज में बदनामी हो गई और इसी बात से नाराज होकर उन्होंने अपने सम्मान की खातिर दोनों को मौत के घाट उतारने का फैसला कर लिया था।
गिरफ्तारी के बाद दोनों आरोपियों से पूछताछ में खुलासा हुआ कि अमन दहिया (किरण दहिया के सगे भाई) ने अपनी बहन किरण और उसके पति विनय दहिया को खत्म करने की साजिश रची थी। उन्होंने रोहित दहिया उर्फ विक्की (चचेरा भाई), ऋतिक उर्फ उदय और एक अन्य शख्स के साथ योजना बनाई। हमले के एक दिन पहले अमन ने खुद द्वारका के अंबरहाई गांव में किरण के किराए के मकान की रेकी की थी।
24 जून को चारों आरोपियों ने हथियारों का इंतजाम किया और दो वाहनों से अंबरहाई गांव पहुंचे। उन्होंने पाया कि उस समय दोनों पति-पत्नी घर पर नहीं थे लेकिन मुख्य दरवाजा बाहर से बंद था और उस पर ताला नहीं लगा था। इसी बात का फायदा उठाकर अमन, रोहित और ऋतिक नाम के तीनों आरोपी अंदर गए और चौथे को बाहर से दरवाजा बंद करने के लिए कहा। रात करीब साढ़े आठ बजे जब किरण और विनय अपने दरवाजे पर पहुंचे और दरवाजा खोला तो आरोपियों ने उन पर ताबड़तोड़ गोलियां चला दीं, जिससे विनय दहिया की मौत हो गई और किरण दहिया गंभीर रूप से घायल हो गई।
घटना के बाद सभी आरोपी रोहतक भाग गए, जहां अमन ने रोहित और ऋतिक से हथियार लेकर उनके मोबाइल फोन फेंक दिए। इसके बाद सभी आरोपी पुलिस से बचने के लिए अलग-अलग हो गए। पुलिस ने फिलहाल चचेरे भाई विक्की और उसके दोस्त ऋतिक को गिरफ्तार कर लिया है, जबकि दो आरोपी अभी भी फरार हैं। दिल्ली में हुई इस वारदात ने एक बार फिर साबित कर दिया है कि आज भी लोग अपने झूठे आत्मसम्मान के लिए जुर्म करके किसी की जान लेने के साथ ही अपनी जिंदगी भी तबाह करने से नहीं हिचकिचाते।