मथुरा। वृंदावन के एक अस्पताल में कोरोना मरीज की मौत के बाद उसके गहने गायब करने का सनसनीखेज मामला सामने आया है। मृतका के पति ने अस्पताल के एक डॉक्टर सहित छह लोगों के विरुद्ध वृंदावन कोतवाली में केस दर्ज कराया है। पुलिस ने मामले की तहकीकात शुरु का दी है।
जयसिंहपुरा निवासी अधिवक्ता दिनेश शर्मा के मुताबिक वह अपनी कोरोना संक्रमित पत्नी कुसुम शर्मा को वृंदावन के बृज हैल्थ केयर एवं रिर्सच सेन्टर के कोविड वार्ड में 16 मई को भर्ती कराया था। जिसका ईलाज 5 जून तक चला। पीडित के मुताबिक 5 जून की शाम वह अपने बच्चों के साथ पीपीई किट पहन कर अपनी पत्नी से मिला। इस दौरान उसने पत्नी का वीडियो भी बनाया जिसमें कुसुम अपने दोनों हाथ में सोने की दो-दो चूड़ियां पहने दिख रही है। पत्नी से मिलने के बाद वह रात्रि में बच्चों के साथ वह अपने घर वापस आ गया। रात्रि करीब साढ़े 12 बचे अस्पताल से फोन आया कि उसकी पत्नी की तबीयत बिगड़ गई है। वह तुरन्त अस्पताल पहुंचा तो वहां नर्सिंग स्टाफ ने उसकी पत्नी की मौत की बात बताई और पीपीई किट में पैक करके शव उसे सौंप दिया।

दाह संस्कार के दौरान उसे पता चला कि मृतका के हाथों से चूडियां गायब हैं। मामले की जानकारी अस्पताल के चिकित्सक को दी। तो उन्होंने संबन्धित स्टॉफ से पूछताछ करने को कहकर टाल दिया। उसके द्वारा उक्त प्रकरण की शिकायत जिलाधिकारी व एसएसपी से भी की गई। लेकिन प्रशासनिक एवं पुलिस अधिकारी ने भी इस घटना को अनदेखा कर दिया।
आखिरकार अधिवक्ता ने कोर्ट की शरण ली। कोर्ट के आदेश पर वृंदावन कोतवाली में एफआईआर दर्ज की गई है। एफआईआर में बृज हैल्थ केयर सेन्टर के कोविड वार्ड इंचार्ज डा. चैतन्य गुप्ता, प्रबंधक जगवीर सिंह, रेजीडन्ट मेडीकल आफीसर पप्पू सिंह, नर्सिंग स्टॉफ पुरूषोत्तम व रामदत्त, वार्ड वॉय जगदीश व टीटू को नामजद किया गया है।
कोतवाली प्रभारी विनोद कुमार ने बताया कि न्यायालय के आदेश पर अधिवक्ता दिनेश शर्मा द्वारा ब्रज हैल्थ केयर के डॉक्टर और स्टाफ के विरुद्ध मुकदमा दर्ज किया गया है। कोरोना संक्रमण से मृत्यु हो जाने के बाद अधिवक्ताा की पत्नी के गहने चोरी हो जाने का मामला आया है। जांच की जा रही है। जांच के बाद ही आवश्यक कार्रवाई की जाएगी।