मथुरा। सरकार की नीतियों के अनुसार जिस प्रकार विकास की बात हो रही है। उसी प्रकार कंस्टंक्शन के क्षेत्र में
रोजगार के अवसर भी छात्रों को मिल रहे हैं। हाल ही में जीएलए विश्वविद्यालय, मथुरा के बीटेक सिविल
इंजीनियरिंग के 35 से अधिक विद्यार्थियों को 14 से अधिक कंपनियों में बेहतर पैकेज पर रोजगार मिला है।
कंस्टंक्शन के क्षेत्र में विकास को बढ़ावा देने वाली कंपनी एचजी इंफ्रा इंजीनियरिंग, यूनिवर्सल मैप प्रोजेक्ट्स,
दिल्ली इंटीग्रेटेड मल्टी मॉडल टांंजिट सिस्टम, एचसीसी इंडिया, टेंकटेबल, केईसी इंटरनेशनल, एमएस इंफ्रा,
केईसी इंटरनेशनल, एनकेजी इंफ्रास्टंक्चर, अडानी गु्रप, ब्रिजकॉन इंडिया, स्काईलार्क, आरकेसी इंफ्राबिल्ट एवं
आईसीआईसीआई कंपनी के अधिकारियों ने प्लेसमेंट कार्यक्रम का आयोजन किया। इस दौरान कंपनी अधिकारी
विद्यार्थियों से रूबरू हुए और कंपनी की स्किल्स के बारे में जानकारी दी। तत्पश्चात् छात्रों की लिखित और
मौखिक परीक्षा का आयोजन हुआ। मौखिक परीक्षा में सफल हुए 35 से अधिक छात्रों के चयन की सूची जारी की।
एचजी इंफ्रा इंजीनियरिंग में चयनित छात्र दीपक कुमार वर्मा ने बताया कि विश्वविद्यालय में छात्रों को रोजगारपरक
बनाने के लिए निर्माण सामग्री लैब-बिल्डिंग मटेरियल लैब में छात्रों को विभिन्न भवन सामग्री के गुणों का अध्ययन
कराया जाता है। यह लैब छात्रों के लिए आवश्यक प्रयोगात्मक सेटअप से लैस है। कंक्रीट प्रयोगशाला में छात्र
कंक्रीट मिश्रण डिजाइन के साथ-साथ कंक्रीट मिश्रण में हर घटक का परीक्षण करते हैं।
ब्रिजकॉन इंडिया में चयनित छात्र सागर वार्श्णेय ने बताया कि परिवहन प्रयोगशाला के माध्यम से छात्र चिपचिपापन,
लचीलापन और प्लासटीसिटी और बिटुमेन और समेकन के सुपर-पाव परीक्षण के लिए अन्य उपकरणों के माध्यम
से अध्ययन करते हैं। संरचना विश्लेशण प्रयोगशाला में स्टंक्चरल विश्लेशण, भौतिक संरचनाओं और उनके घटकों
पर रिसर्च करने का अवसर मिलता है। इन्हीं प्रयोगशालाओं में होने वाले परीक्षणों की जानकारी विद्यार्थी को पढ़ाई
के दौरान ही मिल जाती है। इसलिए कॉम्पटीशन में भी कोई समस्या आडे़ नहीं आती।
विभागाध्यक्ष प्रो. सुधीर गोयल ने बताया कि सिविल इंजीनियरिंग के विद्यार्थियों को 4 से लेकर 6 लाख से अधिक
के पैकेज पर कंपनियां रोजगार दे रही है। इस पैकेज में अभी और उछाल आने की संभावना है। उन्होंने बताया
कि कंपनियों द्वारा बताए अनुसार ही सभी लैबों में प्रयोगात्मक प्रक्रिया एवं पाठ्यक्रम को जॉब ऑरिएंटेड वेल्यू एडेड
कोर्स द्वारा प्रशिक्षण को अपनाकर छात्र रोजगारपरक बनने की ओर अग्रसर हो रहे हैं। विभाग के छात्रों को
रोजगार के देने विश्वविद्यालय में कोर कंपनी अल्टांटेक सीमेंट, जीनस गु्रप, टेक्समेको रेल एंड इंजीनियरिंग,
फॉर्मुलिक, एफकॉन आदि भी कैंपस प्लेसमेंट आयोजित कर छात्रों को रोजगार देती हैं। इनसे भी अलग कंस्टंक्शन
कंपनियों से टीएनपी विभाग संपर्क में है। आने वाले दिनों में छात्रों को और अधिक से अधिक रोजगार मिलने की
संभावना जताई गई है।
विभिन्न कंपनियों में चयनित विद्यार्थी
अदवितीय गुप्ता, अनश अंसारी, अंकित गुप्ता, अपूर्वा बसक, अश्विनी कुमार, आयुश सिंह, चेतन षर्मा, दीपक कुमार
वर्मा, ज्योत्सना सिंह, कन्हैया लाल षर्मा, कृश्णकांत दुबे, लक्ष्मण सिंह, मानसी चौधरी, मोहित कुमार, निगम राय,
प्रद्युम्न अग्रवाल, प्रिंस भारद्वाज, रोहित निगम, सागर वार्श्णेय, सिद्धार्थ षाक्य, उज्जवल तोमर, उत्कर्श पांडेय, वैभव
कटियार, युवराज सिंह, अंकित कटारा, तनिश चौधरी, एजाज अहमद, रजत सिंह सेंगर, दिव्यांश षर्मा, दीपेश
कुमार, जसविन्दर सिंह, प्रसून कुमार सिंह, रितुल राज, रॉबिन सिंह एवं रोहित कुमार को बेहतर पैकेज पर कोर
कंपनी में रोजगार हासिल हुआ है।
जीएलए बीटेक सिविल इंजीनियरिंग के 35 विद्यार्थी चयनित
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