मथुरा। बचपन से ही छात्र-छात्राओं का रुझान उद्यमिता कौशल की तरफ बढ़ाने के लिए सोमवार को राजीव इंटरनेशनल स्कूल में यंग एंटरप्रेन्योर्स प्रतियोगिता आयोजित की गई। प्रतियोगिता में कक्षा 11 तथा 12 के छात्र-छात्राओं ने एक से बढ़कर एक प्रोडक्ट तैयार कर अपने उद्यमिता कौशल की बानगी पेश की। अतिथियों द्वारा अच्छे प्रोडक्ट तैयार करने वाली विजेता तथा उप-विजेता टीमों के छात्र-छात्राओं को ट्रॉफी एवं प्रमाण पत्र प्रदान कर उनका हौसला बढ़ाया।
राजीव इंटरनेशनल स्कूल में छात्र-छात्राओं को न केवल किताबी ज्ञान दिया जाता है बल्कि उनकी छिपी प्रतिभा की पहचान करने के लिए समय-समय पर विविध प्रतियोगिताओं का भी आयोजन किया जाता है। इसी कड़ी में सोमवार को कक्षा 11 एवं 12 के विद्यार्थियों के लिए यंग एंटरप्रेन्योर्स प्रतियोगिता आयोजित की गई। इस प्रतियोगिता के लिए विद्यार्थियों ने अपने-अपने ग्रुप बनाए तथा अपने उत्पादों के अनुसार उसे अलग-अलग नाम दिए। प्रतियोगिता में न्यूट्री बस्ट, क्विक बाइट्स, लेदर लीफ, फेयर फ्यूम्स, हैप्पी हॉपर्स, इकाइवा एवं वास्तुकार नामक सात टीमों ने हिस्सा लिया तथा एक से बढ़कर एक प्रोडक्ट बनाकर अपनी प्रतिभा का परिचय दिया।
यंग एंटरप्रेन्योर्स प्रतियोगिता में विद्यार्थियों ने वेबसाइट के माध्यम से तरह-तरह के प्रोडक्ट बनाए। इसमें प्लास्टिक की जगह गन्ने के पल्प से बोतल बनाना, हेल्दी स्नैक्स एवं फलाहारी खाद्य सामग्री, हानिरहित परफ्यूम, जानवरों को नुकसान पहुंचाए बिना आर्टिफिशियल लेदर प्रोडक्ट, पैकेज्ड फूड उपलब्ध करवाना एवं विभिन्न प्रकार के खिलौने आदि शामिल हैं। प्रतियोगिता में वास्तुकार टीम ने घर बनाने की आसान सर्विस सभी को उपलब्ध करवाई।
अंत में निर्णायक मंडल में शामिल अतिथियों नितीश बंसल एवं डॉ. प्रेरणा बंसल ऑनर एण्ड फाउंडर माय स्काई एण्ड 736 एडी दिल्ली, अंकित गर्ग ऑनर एण्ड फाउंडर टेरा ग्रुप मथुरा तथा विद्यालय के शिक्षकों उपासना अग्रवाल एवं सनी सोलंकी द्वारा छात्र-छात्राओं के वर्क ऑफ रिसर्च एवं प्रजेंटेशन स्किल का मूल्यांकन करते हुए विजेता तथा उप-विजेता टीमों की घोषणा की गई। प्रतियोगिता में वास्तुकार टीम विजेता तथा लेदर लीफ टीम उप विजेता रही। टीम क्विक बाइट्स को तीसरे स्थान से संतोष करना पड़ा। अंत में विजेता विद्यार्थियों को ट्रॉफी एवं प्रमाण पत्र प्रदान कर पुरस्कृत किया गया। प्रतियोगिता की सफलता में शिक्षिका उपासना अग्रवाल, सनी सोलंकी एवं श्वेता गौर का विशेष योगदान रहा। अंत में निर्णायकों ने विद्यार्थियों के प्रयासों की सराहना करते हुए कहा कि जो विद्यार्थी पीछे रह गए हैं उन्हें निराश होने की आवश्यकता नहीं है। आपने अपना शत-प्रतिशत ज्ञान और कौशल दिखाया यही सबसे बड़ी जीत है।
आर.के. एज्यूकेशनल ग्रुप के अध्यक्ष डॉ. रामकिशोर अग्रवाल ने विजेता तथा उप-विजेता टीमों के छात्र-छात्राओं को बधाई दी तथा कहा कि उद्यमिता की सोच के बीज बच्चों में बचपन से ही डालना बहुत जरूरी है। डॉ. अग्रवाल ने कहा कि बचपन में व्यवसाय कौशल केवल पैसा कमाने या उद्यम शुरू करने के बारे में नहीं है बल्कि रचनात्मकता, समस्या-समाधान, सहयोग और लचीलेपन को महत्व देने वाली मानसिकता विकसित करने के बारे में भी है। यह कौशल बच्चों को 21वीं सदी की चुनौतियों और अवसरों से निपटने में मदद कर सकता है।
प्रबंध निदेशक मनोज अग्रवाल ने विजेता टीमों के छात्र-छात्राओं ही नहीं प्रतिभागी विद्यार्थियों को भी प्रोत्साहित किया। श्री अग्रवाल ने कहा कि हार-जीत तो सिक्के के दो पहलू हैं परंतु आप विजेता तभी बन जाते हैं जब बेहतरीन प्रयास करते हैं। उन्होंने कहा कि प्रत्येक बच्चे में विकास की मानसिकता होती है, जरूरत उसे समय से पहचान कर प्रोत्साहित किया जाना है। अंत में विद्यालय की शैक्षिक संयोजिका प्रिया मदान ने अतिथियों को स्मृति चिह्न भेंटकर उनका आभार माना।
राजीव इंटरनेशनल स्कूल के छात्र-छात्राओं ने उद्यमिता पर दिखाया कौशल, वास्तुकार टीम ने जीती यंग एंटरप्रेन्योर्स प्रतियोगिता
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