
मथुरा। नए उत्पाद विचारों को विकसित करने वाली कॉर्पोरेट टीम हो या वास्तविक दुनिया की चुनौतियों से निपटने वाले छात्र हों या फिर अगली बड़ी चीज का प्रोटोटाइप बनाने वाले उद्यमी हों, हैकाथॉन एक उद्देश्य के लिए विविध दिमागों को एक साथ लाता है। इससे छात्र-छात्राओं और बाहरी प्रतिभागियों को उन विचारों के साथ प्रयोग करने का अवसर मिलता है, जिन्हें वे आमतौर पर अपने दैनिक कार्य में नहीं आजमाते। उक्त उद्गार जीएल बजाज ग्रुप ऑफ इंस्टीट्यूशंस, मथुरा द्वारा आयोजित क्यूबिटएक्स-2025 के समापन अवसर पर प्रबंधक एवं इनोवेशन हब, उत्तर प्रदेश की संस्थापक सदस्य वंदना शर्मा ने व्यक्त किए।
छात्र-छात्राओं में तकनीकी नवाचार को बढ़ावा देने के उद्देश्य से जी.एल. बजाज मथुरा में राष्ट्रीय हैकाथॉन का आयोजन किया गया, जिसमें ऑनलाइन चरण में देशभर के 50 से अधिक संस्थानों से एक हजार से अधिक पंजीयन हुए, जिनमें से 380 से अधिक टीमों ने भाग लिया। कड़ी प्रतिस्पर्धा के बाद शीर्ष 50 टीमों को उनके नवोन्मेषी विचारों के आधार पर आयोजित 24 घंटे की ऑफलाइन हैकाथॉन में आमंत्रित किया गया। प्रतिभागियों ने ओपन इनोवेशन, डुअलिटी एआई और डेवनोवेट जैसे प्रमुख नवाचार ट्रैकों पर वास्तविक जीवन की समस्याओं पर काम किया और अपने उन्नत तकनीकी समाधान गिटहब के प्रोफेशनल्स और विभिन्न स्टार्टअप्स के संस्थापकों के समक्ष प्रस्तुत किए।
अंत में निर्णायकों द्वारा राष्ट्रीय हैकाथॉन के विजेताओं की घोषणा की गई। समापन अवसर पर ग्राफिक एरा, देहरादून की टीम के सेनादृष्टि और ओआईएसटी भोपाल की टीम के टेक इन्फेंट्री को संयुक्त रूप से दो सौ डॉलर की नगद पुरस्कार राशि तथा आकर्षक गिफ्ट्स प्रदान किए गए। इसी तरह जीएल बजाज की टीम टेक टाइटंस और टीम हैकेक्टिव को जीडीजी टी-शर्ट के साथ विशेष पुरस्कार से नवाजा गया। पुरस्कार वितरण के अवसर पर प्रबंधक एवं इनोवेशन हब, उत्तर प्रदेश की संस्थापक सदस्य वंदना शर्मा ने अपने प्रेरणादायक सम्बोधन में नवाचार, उद्यमिता और तकनीक आधारित वास्तविक प्रभाव की आवश्यकता पर विशेष बल दिया।
जी.एल. बजाज की निदेशक प्रो. (डॉ.) नीता अवस्थी ने अपने सम्बोधन में कहा कि जब कर्मचारी अपने नियमित कार्यप्रवाह से बाहर निकलते हैं और गतिशील वातावरण में सहयोग करते हैं, तो इससे काम के प्रति उनका जुनून फिर से जागृत हो जाता है। उन्होंने कहा कि जीएल बजाज में आयोजित क्यूबिटएक्स-2025 ने तकनीकी नवाचार के क्षेत्र में एक नई मिसाल कायम की है। यह राष्ट्रीय हैकाथॉन न केवल प्रतिभागियों के कोडिंग कौशल को प्रस्तुत करने का मंच बना बल्कि रचनात्मकता और समस्या समाधान की भावना को भी प्रोत्साहित किया।
इस आयोजन की सफलता में सीएसई विभागाध्यक्ष इंजीनियर संजीव कुमार सिंह, डॉ. नवनीत पांडेय, डॉ. देवेश, इंजीनियर प्रमोद कुमार, डॉ. वी.के. सिंह, डॉ. शशी शेखर, डॉ. उदयवीर आदि का मार्गदर्शन और सहयोग रहा। विभागाध्यक्ष संजीव कुमार सिंह ने कहा कि क्यूबिटएक्स-2025 वास्तव में नवाचार प्रेमियों के लिए एक प्रेरणादायक और गतिशील मंच सिद्ध हुआ, जहां रचनात्मकता, टीम वर्क और तकनीकी उत्कृष्टता का अद्भुत संगम देखने को मिला। समापन अवसर पर पीयूष, शिवम, प्रशांत, प्रणव, रोशनी, काव्या, कुनाल, तान्या, याशी और मोनार्क के प्रयासों की भी मुक्तकंठ से सराहना की गई। इस आयोजन को सफल बनाने में अनस्टॉप का विशेष योगदान रहा जबकि डुअलिटी और डेवनोवेट ट्रैक स्पॉन्सर के रूप में जुड़े। इसके अतिरिक्त अन्य संस्थानों ने भी सहयोगी भूमिका का निर्वहन किया। कार्यक्रम का समापन इंजीनियर ऋचा मिश्रा के धन्यवाद ज्ञापन से हुआ।
चित्र कैप्शनः प्रबंधक एवं इनोवेशन हब, उत्तर प्रदेश की संस्थापक सदस्य वंदना शर्मा के साथ राष्ट्रीय हैकाथॉन में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाली जीएल बजाज की टीम।