
मथुरा। राजीव इंटरनेशनल की प्रतिभाशाली छात्रा प्रियांशा उपाध्याय ने हाल ही में मेरठ में हुई 13वीं दक्षिण एशियाई हाकुआकाई कराटे चैम्पियनशिप में कमाल का प्रदर्शन करते हुए न केवल सिल्वर मेडल जीता बल्कि जापान के टोक्यो शहर में होने वाली वर्ल्ड हाकुआकाई कराटे चैम्पियनशिप में खेलने का टिकट भी कटा लिया है। प्रियांशा जापान में होने वाली वर्ल्ड हाकुआकाई कराटे चैम्पियनशिप के लिए कड़ा अभ्यास कर रही है।
स्कूल की प्रधान अध्यापिका प्रिया मदान ने बताया कि जापान कराटे दो हाकुआकाई ऑर्गेनाइजेशन की देखरेख में उत्तर प्रदेश के मेरठ शहर में 17 से 18 मई तक हुई 13वीं दक्षिण एशियाई हाकुआकाई कराटे चैम्पियनशिप में राजीव इंटरनेशनल की कक्षा चार की छात्रा प्रियांशा उपाध्याय ने सिल्वर मेडल जीतकर मथुरा ही नहीं उत्तर प्रदेश और देश का गौरव बढ़ाया है। होनहार प्रियांशा अब जापान के टोक्यो में होने वाली वर्ल्ड हाकुआकाई कराटे चैम्पियनशिप में देश का प्रतिनिधित्व कर मेडल जीतने की कोशिश करेगी। वर्ल्ड हाकुआकाई कराटे चैम्पियनशिप टोक्यो में नौ से 10 अगस्त के बीच खेली जाएगी।
प्रधान अध्यापिका मदान ने कहा कि राजीव इंटरनेशनल स्कूल विद्यार्थियों के सर्वांगीण विकास के लिए सदैव प्रतिबद्ध है। यहां छात्र-छात्राओं को शिक्षा के साथ ही खेलों की तरफ भी प्रेरित किया जाता है यही वजह है कि आरआईएस के खिलाड़ी राष्ट्रीय तथा अंतरराष्ट्रीय प्रतियोगिताओं में मेडल जीतकर उत्तर प्रदेश और देश को गौरवान्वित कर रहे हैं।
होनहार छात्रा प्रियांशा उपाध्याय की इस ऐतिहासिक उपलब्धि पर प्रसन्नता व्यक्त करते हुए आर.के. एज्यूकेशनल ग्रुप के अध्यक्ष डॉ. रामकिशोर अग्रवाल ने कहा कि यह उपलब्धि सिर्फ मथुरा नहीं बल्कि समूचे देश के लिए गौरव की बात है। डॉ. अग्रवाल ने कहा कि प्रतिभा उम्र की मोहताज नहीं होती, यह बिटिया टोक्यो में होने वाली वर्ल्ड हाकुआकाई कराटे चैम्पियनशिप में भी मेडल जीतेगी, ऐसा मुझे भरोसा है। उन्होंने प्रियांशा को बधाई देते हुए उसके उज्ज्वल भविष्य की कामना की है।
राजीव इंटरनेशनल स्कूल के चेयरमैन मनोज अग्रवाल ने कहा कि हमारा उद्देश्य विद्यालय की छिपी प्रतिभाओं की पहचान कर उन्हें उनकी पसंद के क्षेत्र में प्रोत्साहित करना है। श्री अग्रवाल ने प्रियांशा की प्रतिभा की सराहना करते हुए कहा कि सिर्फ नौ साल की उम्र में उसने देश के लिए मेडल जीतकर बड़ी उपलब्धि हासिल की है, यह समूचे ब्रज और उत्तर प्रदेश के लिए गौरव का पल है। प्रियांशा ने इस सफलता का श्रेय अपने माता-पिता तथा गुरुजनों को देते हुए कहा कि जापान में होने वाली प्रतियोगिता के लिए वह दिन-रात मेहनत कर रही है। वह टोक्यो में देश के लिए पदक जीतने की जीतोड़ कोशिश करेगी।
चित्र कैप्शनः 13वीं दक्षिण एशियाई हाकुआकाई कराटे चैम्पियनशिप की सिल्वर मेडलिस्ट प्रियांशा उपाध्याय।