
मथुरा। नवाचार, स्टार्टअप विकास और उद्यमशीलता की गहरी समझ को बढ़ाने के उद्देश्य से विगत दिवस जीएल बजाज ग्रुप ऑफ इंस्टीट्यूशन्स के एमबीए तथा इनोवेशन सेल से जुड़े छात्र-छात्राओं को नई दिल्ली के ओखला स्थित नेशनल स्मॉल इंडस्ट्रीज़ कॉरपोरेशन (एनएसआईसी) तथा बिजनेस इंक्यूबेशन सेण्टर ले जाया गया। इस शैक्षिक भ्रमण में छात्र-छात्राओं ने विशेषज्ञों से उद्यमिता के गुर सीखने के साथ ही कम पूंजी में स्वयं का उद्योग लगाने के गुर भी सीखे।
शैक्षणिक भ्रमण में छात्र-छात्राओं का मार्गदर्शन डॉ. शशि शेखर (वाइस प्रेसीडेंट- इनोवेशन एवं इंक्यूबेशन) तथा डॉ. भारती मेघानी ने किया। इन्होंने छात्र-छात्राओं का न केवल मार्गदर्शन किया बल्कि उन्हें बिजनेस इंक्यूबेशन के विभिन्न पहलुओं, स्टार्टअप विकास प्रक्रियाओं तथा एमएसएमई (सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यम) सहायता रणनीतियों से भी परिचित कराया। इस शैक्षणिक भ्रमण में छात्र-छात्राओं को सरकारी योजनाओं तथा नवाचार आधारित व्यावसायिक मॉडलों की प्रत्यक्ष जानकारी भी मिली, जिससे उन्हें नवाचार-आधारित करियर और उद्यमशीलता की दिशा में काम करने का अवसर मिलेगा। डॉ. शशि शेखर का कहना है कि यह पहल संस्थान के व्यापक उद्देश्य का हिस्सा है, जिसका लक्ष्य रचनात्मकता, व्यावहारिक शिक्षा और उद्योग से जुड़ाव को बढ़ावा देना है।
संस्थान की निदेशक प्रो. (डॉ.) नीता अवस्थी ने कहा कि आज के समय में नवाचार-प्रेरित पहलों तथा अनुभवजन्य शिक्षा बहुत जरूरी है। उन्होंने कहा कि इस प्रकार के शैक्षिक दौरे अकादमिक अध्ययन और वास्तविक दुनिया के उद्यमशील अनुभवों के बीच की खाई को पाटने में भी सहायक होते हैं। ये छात्र-छात्रआओं को पाठ्यपुस्तकों से आगे जाकर स्टार्टअप इकोसिस्टम, सरकारी सहायता तंत्र और सतत व्यवसाय विकास में नवाचार की भावना को समझने का अवसर देते हैं। प्रो. अवस्थी ने कहा कि जीएल बजाज का उद्देश्य नौकरी चाहने वालों की बजाय नौकरी देने वालों को तैयार करना है।
प्रो. अवस्थी ने कहा कि शैक्षिक भ्रमण युवाओं को सीखने और रोमांच का एक अनूठा मिश्रण प्रदान करते हैं, जो वास्तविक दुनिया के अनुभवों के साथ अकादमिक अंतर्दृष्टि को जोड़ते हैं। ये भ्रमण पारम्परिक कक्षा सेटअप से परे जाते हैं, जिससे छात्र-छात्राओं को उनके द्वारा पढ़े जाने वाले विषयों के बारे में व्यापक दृष्टिकोण और गहरी समझ प्राप्त करने का मौका मिलता है। शैक्षिक भ्रमण में अक्सर समूह गतिविधियां शामिल होती हैं जिनमें टीमवर्क, संचार और सहयोग की आवश्यकता होती है। छात्र-छात्राएं एक साथ काम करना, ज़िम्मेदारियां साझा करना और एक-दूसरे का समर्थन करना सीखते हैं, जिससे उनके सामाजिक कौशल में वृद्धि होती है और अपने साथियों के साथ मज़बूत संबंध बनते हैं। ये अनुभव उन्हें संघर्ष समाधान और नेतृत्व कौशल भी सिखाते हैं, जो जीवन के सभी क्षेत्रों में मूल्यवान हैं। शैक्षिक भ्रमण छात्रों को सैद्धांतिक ज्ञान को व्यावहारिक स्थितियों में लागू करने का अवसर प्रदान करते हैं।
चित्र कैप्शनः नेशनल स्मॉल इंडस्ट्रीज़ कॉरपोरेशन का शैक्षिक भ्रमण करते जीएल बजाज के छात्र-छात्राएं