

-जीएलए विश्वविद्यालय के छात्रों को शिक्षा और रोजगार के साथ मिल रहे “आईआईटीः स्वयंम-एनपीटीइएल” से कोर्स प्रमाणपत्र के अवसर
मथुरा : विद्यार्थियों के बेहतर प्रदर्शन के आधार पर जीएलए विश्वविद्यालय, मथुरा पांचवी बार एनपीटीइएल (नेशनल प्रोग्राम ऑन टेक्नोलॉजी एन्हांस्ड लर्निंग) राष्ट्रीय रैंकिंग में शिखर की ओर अग्रसर है। इस बार परीक्षा परिणाम के अनुसार जीएलए विश्विद्यालय उतर प्रदेश में प्रथम स्थान और भारत में सातवें स्थान पर पहुंच गया है
भारत सरकार के शिक्षा मंत्रालय द्वारा संचालित “स्वयंम प्लेटफार्म” पिछले छह वर्षो में जीएलए विश्वविद्यालय के 50 हज़ार से अधिक विद्यार्थियों ने एनपीटीइएल लोकल चैप्टर कोर्स करने के लिए पंजीकरण कराया। इनमें से 40 हज़ार से अधिक विद्यार्थी प्रमाणपत्र हासिल कर चुके हैं। इस वर्ष जनवरी से अप्रैल सेशन के लिए 8 हजार 700 से अधिक छात्रों ने पंजीकरण कराया, जिसमें से 8 हजार विद्याथिर्यों ने सफलता पाई। इनमें 450 टॉपर, 67 गोल्ड, 1791 सिल्वर, 4 हजार 315 को एलीट प्रमाणपत्र हासिल हुआ। 1000 से अधिक छात्र एनपीटीइएल स्टार रहे, जिसमें विषयानुसार रेटिंग में प्रबंधन और बहु-विषयक शामिल हैं।
इस वर्ष मई 2025 में “स्वयंम प्लेटफार्म” ने एनपीटीइएल लोकल चैप्टर रैंकिंग जारी की। इसमें देश में शीर्ष प्रदर्शन करने वाले 200 संस्थानों शामिल हैं। इस सूची में जीएलए विश्वविद्यालय मथुरा को उत्तर प्रदेश में प्रथम स्थान और भारत में सातवां स्थान हासिल हुआ और जीएलए को शीर्ष 10 एनपीटीइएल लोकल चैप्टर में सबसे उच्चतम रैंकिंग “एएए” के साथ देश के अग्रणी संस्थानो में शामिल किया गया है। यह रैकिंग इस बात का प्रमाण है कि जीएलए विश्वविद्यालय प्रदेश में ही नहीं, बल्कि राष्ट्रीय स्तर पर समकक्ष विश्वविद्यालय के समान ही अभियांत्रकी, प्रबंधन, विज्ञान आदि विषयों में उत्कृष्ट शिक्षा प्रदान कर रहा है।
जीएलए एनपीटीइएल लोकल चैप्टर के समन्वयक एवं पुस्तकालयाध्यक्ष डा. राजेश कुमार ने बताया कि पिछले छह वर्षों में स्वयंम प्लेटफार्म के माध्यम से विभिन्न प्रमाणपत्र कोर्स करने में रूचि दिखाने वाले छात्रों की अगर बात की जाये तो वर्ष 2024 में 16 हज़ार से अधिक छात्रों ने पंजीकरण कराया था। उन्होंने बताया कि विद्याथियों के लिए उक्त प्लेटफार्म पर उपलव्ध पाठ्यक्रम उनके कौशल और उद्यमिता विकास के लिए बहुत ही उपयोगी है। इसलिए विद्यार्थियों के सर्वांगीण विकास के लिए उनको प्रोत्साहित किया जाता है, जिसके फलस्वरूप जीएलए विश्वविद्यालय ने एनपीटीइएल में “एएए” उच्चतम रैंकिंग प्राप्त किया।
कुलपति प्रो. अनूप कुमार गुप्ता ने बताया कि आइआइटी के प्रोफेसरो के द्वारा एनपीटीइएल पर संचालित किये जा रहे कोर्सों में विद्यार्थियों का अच्छा रूझान देखने को मिल रहा है। इसके अलावा “स्वयंम प्लेटफार्म” पर भी जीएलए विश्वविद्यालय के प्रोफेसरो के रिकार्डेड लेक्चर उपलब्ध हैं। इन रिकार्डेड लेक्चर के माध्यम से विद्यार्थी शिक्षा प्राप्त कर रहे हैं। यह सभी कोर्स यूजीसी, एआईसीटीई और भारत सरकार के शिक्षा मंत्रालय से मान्यता प्राप्त हैं।
इस उपलब्धि पर जीएलए विश्वविद्यालय के सीईओ नीरज अग्रवाल, सीएफओ विवेक अग्रवाल एवं कुलसचिव अशोक कुमार सिंह ने हर्ष जताते हुए सभी विद्यार्थियों, शिक्षकों और विश्वविद्यालय के एनपीटीइएल लोकल चैप्टर के समन्वयक टीम को शुभकामनायें प्रेषित कीं।