
मथुरा। वियतनाम के ह्यूटेक सायगॉन कैंपस में भारत के संस्कृति विश्वविद्यालय और वियतनाम के ह्यूटेक विश्वविद्यालय के बीच एक महत्वपूर्ण अकादमिक बैठक आयोजित की गई। यह बैठक वैश्विक शैक्षणिक सहयोग को बढ़ावा देने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम मानी जा रही है।
ह्यूटेक विश्वविद्यालय की ओर से डॉ. ली थिएन ट्रांग (उपाध्यक्ष), सुश्री गुयेन लान हुअंग (डिप्टी हेड, इंटरनेशनल रिलेशन व प्रोजेक्ट मैनेजमेंट विभाग), और सुश्री डाओ गुयेन डोंग थाओ (अंतरराष्ट्रीय संबंध अधिकारी) ने भाग लिया।
वहीं संस्कृति विश्वविद्यालय की ओर से प्रोफेसर रतीश कुमार, हेड ऑफ ग्लोबल पार्टनरशिप्स, बैठक में शामिल हुए।
बैठक में मुख्य रूप से दोनों के मध्य संयुक्त अकादमिक कार्यक्रम की शुरुआत करने पर सहमति, विशेष रूप से हॉस्पिटैलिटी मैनेजमेंट के क्षेत्र में एक संयुक्त कार्यक्रम शुरू करने के प्रस्ताव पर चर्चा हुई। दोनों विश्वविद्यालयों ने पाठ्यक्रम समन्वयन और ड्यूल डिग्री विकल्पों की संभावनाएं तलाशने पर सहमति जताई।साथ ही इंटर्नशिप के दौरान संस्कृति विश्विद्यालय में छात्रों को आवास, भोजन और वजीफा प्रदान करने पर सहमति जताई गई। वहीं वियतनाम में इंटर्नशिप के दौरान छात्रों को भोजन और वजीफा देने की बात ही।
डॉ रतीश ने बताया कि
दोनों विश्वविद्यालयों के पास पहले से ही इनक्यूबेशन सेंटर हैं। ऐसे में छात्रों को संयुक्त स्टार्टअप परियोजनाओं और नवाचार आधारित कार्यक्रमों में भाग लेने के लिए प्रोत्साहित किया जाएगा। ये कार्यक्रम भारत या वियतनाम, दोनों में आयोजित किए जा सकते हैं। दोनों पक्षों ने एक दो सप्ताह का ऑनलाइन एक्सचेंज प्रोग्राम मिलकर आयोजित करने पर सहमति व्यक्त की, जिससे छात्रों के बीच सांस्कृतिक संवाद और शैक्षणिक आदान-प्रदान को बढ़ावा मिलेगा।
डॉ रतीश के अनुसार यह बैठक भारत-वियतनाम शैक्षणिक संबंधों को मजबूती प्रदान करने की दिशा में एक अहम पहल है। आने वाले शैक्षणिक सत्र में इन प्रस्तावों को