
मथुरा। छात्र-छात्राओं को देश-विदेश की राजनीति से अवगत कराने तथा उनमें नेतृत्व की भावना पैदा करने के उद्देश्य से मंगलवार को राजीव इंटरनेशनल स्कूल में मॉडल यूनाइटेड नेशंस (एम.यू.एन.) प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में छात्र-छात्राओं ने जहां विभिन्न देशों का प्रतिनिधित्व करते हुए वैश्विक मुद्दों पर गहन चर्चा की वहीं संयुक्त राष्ट्र की कार्यवाही का सजीव चित्रण प्रस्तुत किया। कार्यक्रम के समापन अवसर पर अतिथियों के करकमलों से विजेता छात्र-छात्राओं को पुरस्कृत किया गया।
राजीव इंटरनेशनल स्कूल में छात्र-छात्राओं के समग्र बौद्धिक विकास पर न केवल ध्यान दिया जाता है बल्कि उन्हें अपनी प्रतिभा दिखाने के अवसर भी दिए जाते हैं। इसी उद्देश्य को ध्यान में रखते हुए मंगलवार को विद्यालय में मॉडल यूनाइटेड नेशंस प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। प्रतियोगिता से पहले छात्र-छात्राओं को इंडिया, जर्मनी, स्विट्जरलैंड, यूएसए, फ्रांस, अर्जेंटीना, डेमोक्रेटिक रिपब्लिक ऑफ कांगो, जापान का प्रतिनिधित्व करने वाले समूहों में विभाजित किया गया। तत्पश्चात प्रत्येक समूह के छात्र-छात्राओं ने बड़े ही आत्मविश्वास और स्पष्टता के साथ वैश्विक मुद्दों पर अपने-अपने विचार रखे।
प्रतिभागी टीमों के युवा प्रतिनिधियों ने संचार एवं वैचारिक कौशल का प्रदर्शन करते हुए महत्वपूर्ण अंतरराष्ट्रीय एवं सामाजिक मुद्दों पर बेबाकी से अपनी राय रखी। कार्यक्रम का मुख्य आकर्षण जनरल असेम्बली सत्र था, जहां प्रतिनिधियों ने अपने प्रस्ताव पेश किए और एक-दूसरे के साथ विचार-विमर्श कर समाधान निकालने का प्रयास किया। छात्र-छात्राओं के वैचारिक कौशल पर सतत नजर रखते हुए निर्णायक भारत गौतम (सीनियर मैनेजर ट्रेनिंग एवं प्लेसमेंट विभाग राजीव एकेडमी) तथा उपमा भार्गव प्रसिद्ध शिक्षाविद ने विजेता-उपविजेता टीमों की घोषणा की।
निर्णायकों ने छात्र-छात्राओं के असाधारण प्रयासों, बातचीत कौशल, तात्कालिक बुद्धिमत्ता की सराहना करते हुए टीम जर्मनी को विजेता, टीम स्विट्जरलैंड को उपविजेता तथा टीम यूएसए का सांत्वना पुरस्कार के लिए चयन किया। अतिथियों ने करतल ध्वनि के बीच छात्र-छात्राओं को ट्रॉफी एवं प्रमाण-पत्र देकर पुरस्कृत किया। आयोजन की सफलता में प्रियंका चतुर्वेदी तथा श्याम पांडेय का विशेष योगदान रहा।
आर.के. एज्यूकेशनल ग्रुप के अध्यक्ष डॉ. रामकिशोर अग्रवाल ने कार्यक्रम की सराहना करते हुए कहा कि प्रत्येक विद्यार्थी को अंतरराष्ट्रीय सम्बन्धों, कूटनीति और वैश्विक शासन की समझ होना बहुत जरूरी है। विद्यालय के चेयरमैन मनोज अग्रवाल ने शिक्षकों तथा छात्र-छात्राओं के प्रयासों की मुक्तकंठ से सराहना की। श्री अग्रवाल ने कहा कि इस कार्यक्रम ने छात्र-छात्राओं को वैश्विक मुद्दों की गहरी समझ के साथ-साथ उनके समाधान के लिए आलोचनात्मक सोच विकसित करने का एक अनूठा मंच प्रदान किया है। उन्होंने सभी छात्र-छात्राओं को बधाई देते हुए उनके उज्ज्वल भविष्य की कामना की। विद्यालय की प्रधानाचार्या प्रिया मदान ने अतिथियों का आभार मानते हुए कहा कि एम.यू.एन. कार्यक्रम ने न केवल छात्र-छात्राओं को अंतरराष्ट्रीय मामलों की जटिलताओं के बारे में शिक्षित किया बल्कि उन्हें इस बात के लिए भी प्रेरित किया कि वे एक बेहतर भविष्य के निर्माण में अपनी भूमिका निभा सकते हैं।
चित्र कैप्शनः अतिथियों के साथ मॉडल यूनाइटेड नेशंस प्रतियोगिता के विजेता छात्र-छात्राएं।