

मथुरा। नर्सिंग शिक्षा चिकित्सा का ऐसा सेवाभावी अंग है जिसके बिना चिकित्सकीय कार्य असम्भव है। नर्सेज चिकित्सकों और मरीजों के बीच की अहम कड़ी होती हैं। आधुनिक चिकित्सा पद्धति में प्रशिक्षित नर्सेज तथा योग्य पैरामेडिक्स की देश ही नहीं दुनिया भर में मांग है लिहाजा आप लोग लगन और मेहनत से इस क्षेत्र में अपना करियर बनाएं। यह बातें शुक्रवार को के.डी. कॉलेज ऑफ नर्सिंग एण्ड पैरामेडिकल साइंस के ओरिएंटेशन प्रोग्राम में के.डी. मेडिकल कॉलेज-हॉस्पिटल एण्ड रिसर्च सेण्टर के डीन और प्राचार्य डॉ. आर. के. अशोका ने नवागंतुक छात्र-छात्राओं को बताईं। ओरिएंटेशन प्रोग्राम का शुभारम्भ अतिथियों द्वारा मां सरस्वती के चित्र पर माल्यार्पण और दीप प्रज्वलित कर किया गया।
नवागंतुक छात्र-छात्राओं को सम्बोधित करते हुए डॉ. अशोका ने छात्र-छात्राओं को बताया कि नर्सेज और पैरामेडिक्स स्वास्थ्य तथा चिकित्सा क्षेत्र में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। सच कहें तो एक मरीज की सही देखभाल नर्सेज का अहम दायित्व है। इस अवसर पर चिकित्सा निदेशक डॉ. राजेन्द्र कुमार ने नवागंतुक छात्र-छात्राओं का आह्वान किया कि वे लगन और मेहनत से पढ़ाई कर अपने सपनों को साकार करें। उन्होंने कहा कि चूंकि नर्सिंग स्टाफ मरीज के ज्यादा करीब होता है तथा उनकी देखरेख करता है लिहाजा उसके चेहरे पर हमेशा मुस्कराहट तथा रोगी के प्रति विनम्र व्यवहार होना चाहिए। डॉ. राजेन्द्र कुमार ने कहा कि मरीज की आधी बीमारी तो नर्सेज के अच्छे व्यवहार से ही ठीक हो जाती है।
निदेशक नर्सिंग शीला एलेक्स ने कहा कि नर्सिंग का क्षेत्र सम्भावनाओं से परिपूर्ण है। उन्होंने छात्र-छात्राओं को के.डी. कॉलेज ऑफ नर्सिंग एण्ड पैरामेडिकल साइंस का चयन करने के लिए धन्यवाद देते हुए कहा कि यहां न केवल किताबी ज्ञान मिलेगा बल्कि प्रयोगात्मक अनुभव हासिल करने के अच्छे से अच्छे अवसर भी मिलेंगे। के.डी. कॉलेज ऑफ नर्सिंग एण्ड पैरामेडिकल साइंस की प्राचार्य एन.पी. चानू ने सभी नवागंतुक छात्र-छात्राओं का स्वागत करते हुए कहा कि यह ओरिएंटेशन प्रोग्राम आपके जीवन के अगले स्टेज में पहला और बहुत महत्वपूर्ण कदम साबित होने वाला है। प्राचार्य चानू ने कहा कि के.डी. कॉलेज ऑफ नर्सिंग एण्ड पैरामेडिकल साइंस का उद्देश्य युवा और उत्साही छात्र-छात्राओं को अनुशासित, रचनात्मक और एथिकल प्रोफेशनल्स (नैतिक पेशेवर) के रूप में विकसित करना है ताकि वे चिकित्सा के क्षेत्र में नजीर बन सकें। उन्होंने नवागंतुक छात्र-छात्राओं का आह्वान किया कि वे यहां अनुशासन में रहकर शिक्षा हासिल करें तथा अपने सेवाभावी कार्यों से चिकित्सा क्षेत्र में नजीर स्थापित करें।
एसोसिएट प्रो. गौरव त्यागी ने अपने सम्बोधन में कहा कि नवागंतुक छात्र-छात्राएं कॉलेज को अपना परिवार मानकर शिक्षा ग्रहण करें। उन्हें कोई परेशानी हो तो उसे जरूर बताएं। उन्होंने कहा कि आर.के. एज्यूकेशनल ग्रुप शिक्षा के क्षेत्र में जो उच्च मानदंड स्थापित कर रहा है, इसका सारा श्रेय इस ग्रुप के अध्यक्ष डॉ. रामकिशोर अग्रवाल, उपाध्यक्ष श्री पंकज अग्रवाल, के.डी. मेडिकल कॉलेज के चेयरमैन श्री मनोज अग्रवाल तथा कार्यकारी निदेशक श्री अरुण अग्रवाल को जाता है। उन्होंने छात्र-छात्राओं तथा अभिभावकों को वृत्तचित्र के माध्यम से आर. के. एज्यूकेशनल ग्रुप तथा के.डी. कॉलेज ऑफ नर्सिंग एण्ड पैरामेडिकल साइंस की जानकारी दी।
प्रो. त्यागी ने कहा कि आर.के. ग्रुप का शिक्षा के क्षेत्र में विशिष्ट स्थान है लिहाजा अनुशासन और मेहनत से छात्र-छात्राएं शिक्षा और प्रशिक्षण हासिल कर अपने सपनों को साकार करें। ओरिएंटेशन प्रोग्राम में कॉलेज के शिक्षक उदयवीर, नीतेश कुमार, दर्शन चतुर्वेदी, हेमंत शर्मा, नितिन, अर्पित, आकांक्षा झा, प्रियंका, ज्योति सिंह सिसोदिया, यती, नरेन्द्र गोस्वामी, अभय शर्मा, लाइब्रेरियन अजीत सिंह, डालचंद गौतम आदि ने नवागंतुक छात्र-छात्राओं का उत्साहवर्धन किया। कार्यक्रम का संचालन दर्शन चतुर्वेदी और आकांक्षा झा ने किया। आभार प्राचार्य एन.पी. चानू ने माना।
चित्र कैप्शनः मां सरस्वती के सम्मुख दीप प्रज्वलित करतीं प्राचार्य एन.पी. चानू तथा डीन और प्राचार्य डॉ. आर. के. अशोका। दूसरे चित्र में अतिथियों के साथ नवागंतुक छात्र-छात्राएं।