
संस्कृति बिगेस्ट एवर मेगा जॉब फेयर में 1500 विद्यार्थियों को मिले आफर लैटर
दूसरे दिन भी बड़ी संख्या में उमड़े विद्यार्थी
मथुरा। संस्कृति विवि द्वारा आयोजित संस्कृति बिगेस्ट एवर मेगा जॉब फेयर में दूसरे दिन पांच बजे तक विभिन्न कंपनियों ने लगभग 2500 इंटरव्यू लिए। दो दिन के दौरान लगभग 15 सौ विद्यार्थियों को आफर लैटर या अगले राउंड के लिए सलेक्ट किया गया। अच्छी बात यह थी कि कंपनियों के अधिकारी अभ्यर्थियों के साथ सहानुभूतिपूर्ण रवैया अपनाते हुए समय के बाद भी ऐंटरटेन कर रहे थे। नौकरी चाहने वाले सैंकड़ों विद्यार्थियों की संस्कृति विवि के प्रति कृतज्ञता आयोजकों के लिए एक सुखद एहसास बन गई। उन अभ्यर्थियों की खुशी देखने लायक थी जिनके हाथ में तीन-तीन कंपनियों के आफर लैटर थे। ऐसा इसीलिए हो पाया कि विद्यार्थियों के लिए एक ही जगह सौ से अधिक कंपनियां मौजूद थीं और वे अपनी योग्यता और रुचि के अनुसार एक से अधिक कंपनियों में अपना भाग्य अजमा रहे थे।
संस्कृति बिगेस्ट एवर जॉब फेयर में दूसरे दिन एक तरफ तो पहले दिन के साक्षात्कार के परिणाम घोषित हो रहे थे तो दूसरी तरफ पहली बार कंपनियों को इंटरव्यू देने वाले अभ्यर्थियों की लाइन लगी हुईं थीं। हालांकि कंपनियां बड़ी संख्या में विद्यार्थियों को लेने ही आई हुईं थीं, लेकिन योग्यता की परख में उनके द्वारा कोई कोर कसर नहीं छोड़ी जा रही थी। सबसे अच्छी बात यह थी कि कंपनियों के अधिकारियों ने सफलता न पा सकने वाले अभ्यर्थियों को कुछ सुझाव देकर अपने रिज्युमे को अपग्रेड कर कुछ समय बाद फिर से मौका देने के आश्वासन दिए। अभ्यर्थियों के लिए कंपनियों का ऐसा सहयोगात्मक रवैया एक नया अनुभव था। दूसरे दिन हालात यह हो गए कि इंटरव्यू देने वाले अभ्यर्थियों की लाइन लंबी थी और कंपनियों के अधिकारियों के सामने समय सीमा का संकट। ऐसे में यह सुझाव भी आया कि जॉब फेयर और अधिक दिनों का होना चाहिए। इस संबंध में इस मेगा जॉब फेयर आयोजित कराने वाले संस्कृति विवि के कुलाधिपति डा. सचिन गुप्ता और प्रति कुलाधिपति राजेश गुप्ता का कहना था कि हमने जैसा सोचा था उससे अधिक हमारे इरादे को संतुष्टि मिली है। नौकरी पाने वाले बच्चों की खुशी ने हम सभी को ऐसा सुखद एहसास कराया है, जिसकी कोई कीमत नहीं।
डा. सचिन गुप्ता का कहना था कि महत्वपूर्ण संख्या नहीं है महत्वपूर्ण है किसी एक बच्चे के भी सपने का साकार होना। यह कितनी बड़ी बात है कि इस जॉब फेयर के माध्यम से सैंकड़ों बच्चे नौकरी पाने में सफल हो गए जो शायद निराश हो चुके थे। उन्होंने कहा कि जब हमारे सामने दूसरे शिक्षण संस्थानों के विद्यार्थियों ने अपनी दुविधा और निराशा का जिक्र किया तभी ऐसा मेगा जॉब फेयर लगाने का मन में विचार आया।
संस्कृति विवि की व्यवस्थाओं से अभिभूत
संस्कृति बिगेस्ट एवर मेगा जॉब फेयर में नौकरियां देने आईं तमाम कंपनियों के अधिकारियों ने खुले मन से संस्कृति विवि की इस सोच के प्रति सराहना व्यक्त की। दो दिन के दौरान जॉब फेयर का संचालन कर रही संस्कृति विवि के विद्यार्थियों की टीम, विवि के प्रशासन और संस्कृति विवि प्लेसमेंट सेल के अधिकारियों द्वारा कंपनियों के अधिकारियों को मिले सहयोग, हास्पिटेलिटी और बेहतरीन इंतजाम की बार-बार तारीफ की गई।
याकोहामा टायर्स के एचआर विभाग से आईं ममता गायकवाड़, जस्ट डायल से शिवम, टेलीपरफार्मेंस से ब्लैक डेविड, टेक महिंद्रा से हर्षा उपाध्याय, समता रिसर्च से गरिमा अरोड़ा, आरके बिजनेस ग्रुप से चंदन उपाध्याय, जेटीइकेटी से मनोज जुग्रान, जेबीएम कंपनी से आए विवेक सूर्यवंशी का कहना था कि संस्कृति विश्वविद्यालय द्वारा यह प्रयास वाकई बहुत सराहनीय रहा। विवि प्रशासन ने सारी व्यवस्थाएं उच्च श्रेणी की की थीं। सबसे सराहनीय था जॉब फेयर संचालित कर रही विद्यार्थियों की टीम। इस टीम की आवभगत ने हमें जरा भी थकान महसूस नहीं होने दी।
संस्कृति बिगेस्ट एवर मेगा जॉब फेयर को संचालित कर रही संस्कृति विवि के विद्यार्थियों की टीम ने बताया कि जॉब फेयर में विद्यार्थियों के लगभग 2500 इंटरव्यू हुए। 1500 अभ्यर्थियों को नौकरी के लिए या फिर अगले राउंड के लिए लैटर मिले हैं। लैटर देने वाली कंपनियों में मिल्कमोर, लैंसकार्ट, टेक महिंद्रा, टेलीपरफोरमैन्स, आरके ग्रुप, न्यूएलनबरी वर्क्स, जॉब सीकर, याकोहोमा, हल्दीराम हैं।
नौकरी पाने वालों ने कहा, धन्यवाद संस्कृति युनिवर्सिटी
मथुरा। दूर-दराज से संस्कृति बिगेस्ट एवर मेगा जॉब फेयर में नौकरी पाने वाले विद्यार्थियों की खुशी का कोई ठिकाना नहीं है। वे खुश होकर बार-बार संस्कृति विश्वविद्यालय को इस आयोजन के लिए धन्यवाद दे रहे थे।
दिल्ली युनवर्सिटी के छात्र संजू को याकोहोमा टायर्स ने नौकरी दी है। संजू बहुत खुश होकर संस्कृति विवि को धन्यवाद दे रहे हैं। उनका कहना था कि मुझे यहां उम्मीद से ज्यादा मिला। इतनी अच्छी व्यवस्थाएं और याकोहामा में नौकरी, मेरा तो सपना पूरा हो गया। अभ्यर्थी शिवा रावत को आरके ग्रुप ने नौकरी के लिए चयनित किया। शिवा रावत का कहना था कि यह अनौखा जाब फेयर था जहां इतनी सारी कंपनियों में इंटरव्यू देने का मौका मिला और एक अच्छी कंपनी में नौकरी। एक अन्य डिग्री कालेज के छात्र राहुल उपाध्याय को टेक महिंद्रा ने नौकरी दी है। राहुल के लिए यह एक बेहतरीन जाब फेयर था, पूरी तरह से व्यवस्थित। मेरे लिए तो यह सुनहरा अवसर बन गया क्योंकि मुझे यहां टेक महिंद्रा जैसी कंपनी ने आफर लैटर दिया।
मथुरा ही की एक अन्य युनिवर्सिटी के विद्यार्थी देवाशीष सिंह को टेक महिंद्रा ने नौकरी दी है। देवाशीष सिंह ने कहा कि संस्कृति विश्वविद्यालय आते ही बहुत सकारात्मकता का अनुभव हुआ। विद्यार्थियों की टीम गजब का सहयोग कर रही थी और नियोक्ता कंपनियों का रवैया भी बहुत उत्साहवर्धक था। मैं संस्कृति विवि का शुक्रिया करता हूं, जिसने मुझे यह मौका दिया और मेरा नौकरी पाने का सपना पूरा हुआ। आगरा स्थित एक विश्वविद्यालय के छात्र श्रीगोपाल सिंह का कहना था कि जॉब फेयर बहुत व्यवस्थित था। टेक महिंद्रा ने नौकरी देकर मेर आत्मविश्वास को बहुत बढ़ाया है। संस्कृति विवि ने विद्यार्थियों को एक बड़ी उम्मीद दी है। अभ्यर्थी साहिल ने कहा कि संस्कृति विवि सिर्फ सपने ही नहीं दिखाता उनको पूरा भी कराता है। साहिल को रिसर्च एंड एनालिसिस डोमिन में नौकरी मिली है। मथुरा की एक अन्य युनिवर्सिटी के छात्र गोपाल धनकर को टेलेपरफार्मेंस ने नौकरी के लिए चयनित किया है। गोपाल का कहना था कि संस्कृति विवि अपने इस प्रयास के लिए पूरे शिक्षा जगत में प्रशंसा की दृष्टि से देखा जा रहा है। ऐसे ही कुछ विचार जाब फेयर में नौकरी पाने वाले अभ्यर्थी हेमंत, हिमांशु, कुनाल गौतम और अनेक के थे जो फूले नहीं समा रहे थे।