Friday, October 10, 2025
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जीएलए में लिंक्डइन की अकाउंट डायरेक्टर ने छात्रों को बताया करियर ग्रोथ का शॉर्टकट


जीएलए विश्वविद्यालय, मथुरा में विद्यार्थियों के लिए लिंक्डइन की अकाउंट डायरेक्टर ख्याति खत्तर का विशेष सत्र आयोजित किया गया। इस सत्र के दौरान ख्याति खत्तर ने डिजिटल उपस्थिति के महत्व और प्रोफेशनल नेटवर्क जल्दी शुरू करने की जरूरत पर जोर दिया।

उन्होंने बताया कि लिंक्डइन सिर्फ नौकरी खोजने का मंच नहीं है, बल्कि इसका इस्तेमाल मेंटरशिप, स्किल अपग्रेडेशन और लॉन्ग टर्म करियर ग्रोथ के लिए भी किया जा सकता है। सत्र में विद्यार्थियों को बताया गया कि वह कैसे जान सकते हैं कि वर्तमान वर्ष में भारत या किसी भी स्थान पर कौन-कौन से स्किल्स सबसे अधिक डिमांड में हैं।

ख्याति खत्तर ने लिंक्डइन प्रोफाइल पर सिफारिश और समर्थन प्राप्त करने की महत्वता समझाई, ताकि एचआर यह सुनिश्चित कर सकें कि प्रोफाइल फेक नहीं है। ख्याति ने सलाह दी कि विद्यार्थी प्रतिदिन कम से कम 15 मिनट लिंक्डइन पर बिताएं और प्रोफाइल फोटो, लोकेशन, एजुकेशन और ‘अबाउट’ जैसे प्राइम एरिया को अपडेट रखें, जिससे उनकी प्रोफेशनल पहचान मजबूत हो सके।

उन्होंने विद्यार्थियों से पूछा कि कितनों के पास लिंक्डइन प्रोफाइल है। लगभग सभी छात्रों ने हाथ उठाए, लेकिन जब रोजाना उपयोग करने वालों की संख्या पूछी गई तो यह मात्र 5 प्रतिशत निकली, जबकि इंस्टाग्राम जैसे प्लेटफॉर्म पर रोजाना 80 प्रतिशत से अधिक छात्र सक्रिय रहते हैं। इस अंतर को रेखांकित करते हुए उन्होंने कहा कि जहां सोशल मीडिया पर समय बिताना केवल मनोरंजन तक सीमित है, वहीं प्रोफेशनल नेटवर्किंग प्लेटफॉर्म पर सक्रिय रहना करियर के अवसरों के द्वार खोलता है।

लिंक्डइन के वैश्विक आंकड़े साझा करते हुए बताया कि इस पर 1 अरब से अधिक पेशेवर पंजीकृत हैं, जिनमें से 15 करोड़ से अधिक भारतीय हैं और यह संख्या हर वर्ष 15-20 प्रतिशत की दर से बढ़ रही है। भारत इस प्लेटफॉर्म का सबसे तेज़ी से बढ़ता बाज़ार है। लिंक्डइन पर 6.7 करोड़ से अधिक कंपनियां पंजीकृत हैं और यहां 41,000 से अधिक स्किलसेट उपलब्ध हैं, लेकिन आम तौर पर लोग अपनी प्रोफाइल में 4-5 स्किल्स ही डालते हैं। छात्रों को सलाह दी गई कि वे अपनी प्रोफाइल में अधिकतम 50 स्किल्स अपडेट करें, जिससे उनकी खोज में आने की संभावना कई गुना बढ़ जाए, क्योंकि लिंक्डइन पूरी तरह कीवर्ड आधारित प्लेटफॉर्म है और सही कीवर्ड आपकी प्रोफाइल की विज़िबिलिटी बढ़ाते हैं।

मेंटॉरशिप के महत्व को समझाते हुए छात्रों से एक परिदृश्य साझा किया। जानकारी देते बताया कि यदि कोई इंजीनियरिंग छात्र कला या डिज़ाइन के क्षेत्र में जाना चाहता है, तो वह लिंक्डइन के माध्यम से आसानी से उस क्षेत्र के विशेषज्ञों और मेंटॉर्स तक पहुंच सकता है। उन्होंने कहा कि प्लेटफॉर्म पर मेंटॉरशिप, इंडस्ट्री ज्ञान, नौकरी और इंटर्नशिप के अवसर एक ही जगह मिल सकते हैं, लेकिन इसके लिए सक्रिय रहना अनिवार्य है।

ख्याति ने प्रोफेशनल ब्रांडिंग की तुलना नाइकी और एडिडास जैसे ब्रांड्स से की, यह समझाते हुए कि भले ही दोनों के उत्पादों की गुणवत्ता और कीमत समान हो, लेकिन उनकी ब्रांड वैल्यू उन्हें अलग पहचान देती है। उसी तरह छात्रों को भी अपनी पेशेवर पहचान और ब्रांड बनाना होगा, ताकि वे प्रतिस्पर्धा में सबसे अलग नज़र आएं। उन्होंने यह भी कहा कि आज के समय में इंटरव्यू के लिए आपके रिज्यूमे के साथ लिंक्डइन प्रोफाइल लिंक देना आवश्यक हो गया है, क्योंकि रिक्रूटर्स आपके बारे में अधिक जानने के लिए डिजिटल प्रोफाइल देखते हैं और इंटरव्यू में आपके पास खुद को साबित करने के लिए बहुत कम समय होता है।

सत्र में छात्रा नंदिनी मित्तल की पूरी तरह अपडेटेड प्रोफाइल की सराहना की गई और उन्हें उदाहरण के रूप में प्रस्तुत किया गया। उन्होंने ने छात्रों को गृहकार्य दिया कि वे अपनी प्रोफाइल को 50 स्किल्स, प्रोजेक्ट्स, उपलब्धियों और इंडस्ट्री से जुड़े कीवर्ड्स के साथ पूर्ण रूप से अपडेट करें, ताकि वह किसी भी रिक्रूटर को प्रभावित कर सके।

ट्रेनिंग एंड प्लेसमेंट विभाग की जनरल मैनेजर कॉरपोरेट रिलेशन नीतू शर्मा ने कहा कि छात्रों का सेशन बहुत ही बेहद सकारात्मक रहा है। कॅरियर को संवारने और आगे बढ़ने का सही मार्ग इस सेशन के माध्यम से विद्यार्थियों को मिला है। उन्होंने सभी छात्रों से रोजाना कुछ समय लिंक्डइन पर बिताने और अपनी प्रोफाइल को लगातार अपडेट करने का संकल्प लेने का आह्वान किया, ताकि वे भविष्य की प्रतियोगिता में आगे रह सकें और अपने प्रोफेशनल ब्रांड को मजबूत बना सकें।

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