

मथुरा। छात्र-छात्राओं में नवाचार, समस्या-समाधान और लीक से हटकर सोचने की संस्कृति को विकसित करने के लिए जी.एल. बजाज ग्रुप ऑफ इंस्टीट्यूशंस, मथुरा में स्मार्ट इंडिया हैकाथॉन (एसआईएच) 2025 का दो दिवसीय इंटरनल आयोजन किया गया। इसमें छात्र-छात्राओं ने अपनी सृजनात्मकता, तकनीकी दक्षता तथा समस्या समाधान की क्षमता को प्रस्तुत कर अपनी कौशलपरक सोच का परिचय दिया। निर्णायकों ने छात्र-छात्राओं के नए विचारों की न केवल प्रशंसा की बल्कि 45 नवाचारपूर्ण विचारों का चयन भी किया।
संस्थान की निदेशक प्रो. नीता अवस्थी ने अपने सम्बोधन में कहा कि स्मार्ट इंडिया हैकाथॉन एक राष्ट्रीय कार्यक्रम है। यह युवा पीढ़ी को रोजमर्रा की चुनौतियों से निपटने का तरीका सिखाने के लिए डिजाइन किया गया है। यह विद्यार्थियों में समस्या-समाधान की मानसिकता और उत्पाद निर्माण की संस्कृति के विकास में सहायक है। प्रो. अवस्थी ने कहा कि इस दो दिवसीय कार्यक्रम का उद्देश्य संस्थान से सर्वश्रेष्ठ नवाचारपूर्ण विचारों की पहचान करना तथा उन्हें राष्ट्रीय स्तर पर नामांकन हेतु तैयार करना रहा।
दो दिवसीय स्मार्ट इंडिया हैकाथॉन का आयोजन प्रो. नीता अवस्थी एवं डॉ. शशि शेखर (उपाध्यक्ष, इंस्टीट्यूशन इनोवेशन काउंसिल) के मार्गदर्शन में हुआ। प्रो. अवस्थी ने छात्र-छात्राओं का आह्वान किया कि नवाचार को बढ़ावा देने वाले अवसरों का लाभ उठाएं तथा अपने विचारों और योजनाओं से समाज के विकास में योगदान दें। स्मार्ट इंडिया हैकाथॉन के समन्वयक इंजीनियर बृजेश कुमार उमर ने प्रतिभागी छात्र-छात्राओं को दिशा-निर्देश, प्रक्रिया और प्रमुख बिंदुओं से अवगत कराया। स्तुति गौतम और इंजीनियर भानु प्रताप सिंह ने छात्र-छात्राओं का मार्गदर्शन किया।
एआईएमएल विभागाध्यक्ष इंजीनियर ऋचा मिश्रा ने विद्यार्थियों को प्रोत्साहित किया वहीं डॉ. शशि शेखर ने एसआईएच-2025 के महत्व और इसके राष्ट्रीय नवाचार मंच के रूप में योगदान पर प्रकाश डाला। दो दिवसीय स्मार्ट इंडिया हैकाथॉन में प्रतिभागियों ने वास्तविक समस्याओं के समाधान हेतु अपने नवाचारपूर्ण विचार प्रस्तुत किए, जिनका मूल्यांकन निर्णायकों डॉ. सुरेन्द्र त्यागी, इंजीनियर उज्ज्वल चंदा, अचिंत्य शुक्ला, पारुल जैन, इंजीनियर विवेक मिश्रा, इंजीनियर आशीष अवस्थी एवं डॉ. नीरज सिंह मेहता ने किया। निर्णायकों ने प्रोजेक्ट्स का आकलन मौलिकता, तकनीकी व्यवहार्यता, सामाजिक प्रभाव एवं विस्तार क्षमता के आधार पर किया तथा विद्यार्थियों को महत्वपूर्ण सुझाव भी दिए।
दो दिवसीय स्मार्ट इंडिया हैकाथॉन में 45 नवाचारपूर्ण विचारों का चयन अंतिम चरण हेतु किया गया, जबकि 5 विचारों को वेटिंग लिस्ट में शामिल किया गया। ये चयनित टीमें अब राष्ट्रीय स्तर पर संस्थान का प्रतिनिधित्व करेंगी और देशभर के नवप्रवर्तकों के साथ प्रतिस्पर्धा करेंगी। इस आयोजन ने न केवल एसआईएच-2025 के लिए श्रेष्ठ विचारों की पहचान की बल्कि विद्यार्थियों में नवाचार, टीमवर्क और उद्यमशीलता की भावना को भी प्रोत्साहित किया, जो इंस्टीट्यूशन इनोवेशन काउंसिल की दृष्टि के अनुरूप है। कार्यक्रम की सफलता में सोनिया चौधरी, डॉ. रामवीर सिंह सेंगर, डॉ. तनुश्री गुप्ता आदि का भी अमूल्य योगदान रहा।
चित्र कैप्शनः निर्णायकों के साथ स्मार्ट इंडिया हैकाथॉन-2025 में प्रतिभागिता करने वाले छात्र-छात्राएं।