

चित्र परिचयः संस्कृति विश्वविद्यालय के सभागार में नौ वर्षों से कार्यरत गैर शिक्षक अधिकारियों, कर्मचारियों को सराहना पत्र और उपहार देकर सम्मानित किया गया। सम्मानित करने वालों में विवि के कुलाधिपति डा.सचिन गुप्ता, प्रति कुलाधिपति राजेश गुप्ता, सीईओ डा. श्रीमती मीनाक्षी शर्मा, कुलपति प्रो.एमबी चेट्टी, कैप्स के निदेशक डा. रजनीश त्यागी मंच पर मौजूद रहे।
चित्र परिचयः संस्कृति विश्वविद्यालय के सभागार में नौ वर्षों से कार्यरत शिक्षकों को सराहना पत्र और उपहार देकर सम्मानित किया गया। सम्मानित करने वालों में विवि के कुलाधिपति डा.सचिन गुप्ता, प्रति कुलाधिपति राजेश गुप्ता, सीईओ डा. श्रीमती मीनाक्षी शर्मा, कुलपति प्रो.एमबी चेट्टी, कैप्स के निदेशक डा. रजनीश त्यागी मंच पर मौजूद रहे।
मथुरा। संस्कृति विश्वविद्यालय में 9वां स्थापना दिवस समारोह शिक्षकों और कर्मचारियों के लिए भी एक नई स्फूर्ति लेकर आया। इस मौके पर संस्कृति विवि प्रशासन द्वारा लंबे समय से काम कर रहे शिक्षकों और कर्मचारीयों को सराहना पत्र और उपहार देकर सम्मानित किया गया। इस विशेष कार्यक्रम के दौरान विवि के कुलाधिपति डा. सचिन गुप्ता ने विवि की पूरी टीम को बधाई देते हुए कहा कि किसी भी सपने को पूरा करने के लिए जरूरत होती है एक टीम की और हमारी टीम पर हमें भरोसा है।
कुलाधिपति डा. गुप्ता ने कहा कि मेरे बड़े भाई विश्वविद्यालय के प्रति कुलाधिपति राजेश गुप्ता हमेशा हमारे साथ खड़े रहते हैं। हम दोनों ने मिलकर यह सपना देखा था। आज हमारा विवि प्रदेश की सबसे तेज गति से आगे बढ़ता विवि है। जब भी जरूरत हुई बड़े भाई राजेश गुप्ता ने यही कहा कि तुम आगे बढ़ो सब हो जाएगा। डा. सचिन गुप्ता ने बताया कि शीघ्र ही हम अपने संस्कृति आयुर्वेदिक मेडिकल कालेज एंड अस्पताल में 10 डायलिसिस मशीन लगाने जा रहे हैं। एक दिन में 30 डाइलिसिस होंगी। यह सुविधा हम फ्री प्रदान करेंगे। अपने क्षेत्र के लिए संस्कृति विवि हमेशा आगे बढ़कर कुछ करने का प्रयास करता रहेगा। हमारा इरादा है कि हम शीघ्र ही अपने यहां 100 डाइलिसिस मशीन लगाकर लोगों फ्री सुविधा प्रदान करें। आप ऐसा योगदान दें जिससे आपका नाम हो। आपका नाम होगा तो हमारा नाम होगा और हमारा नाम होगा तो संस्था का नाम होगा।
कुलाधिपति ने अपने संबोधन के बाद विवि में नौ साल के काम कर रहे लोगों को सम्मानित किया। सबसे पहले विवि की सीईओ डा. श्रीमती मीनाक्षी शर्मा को सराहना पत्र और उपहार देकर सम्मानित किया गया। इसी क्रम में विवि के शिक्षकों डा.दुर्गेश वाधवा, डा. रमेश शर्मा, डा. गोपाल अरोरा, डा. अजय अग्रवाल, डा. अरविंद, डा. कृष्ण राज सिंह, ऋति सिकरवार के अलावा गैर शिक्षकों में विजय सक्सैना, अवधेश शुक्ला, शेरपाल, जगदीश सिंह, ओम प्रकाश गोयल, सुरेश चंद्र शर्मा, राकेश कुमार, कन्हैया लाल, रहीस पाल, सुबोध यादव, राकेश बाबू को सराहना पत्र और उपहार देकर सम्मानित किया गया।
पांच वर्ष से कार्यरत शिक्षकों में डा. कमलकांत पाराशर, डा. अमरेंद्र कौर, डा. एकता कपूर, डा. निशा चंदेल, डा. प्रफुल्ल कुमार, डा. फहीम अख्तर, डा.केश चंद्र, आशीष कुमार, गैर शिक्षक कर्मचारियों में विवेक श्रीवास्तव, सचिन गोस्वामी, किशन चतुर्वेदी, दिनेश, यशपाल, चंद्रकांत, रानू कटियार को सम्मानित किया गया। तीन वर्षों से कार्यरत शिक्षकों में डा. रजनीश त्यागी, डा.दिनेश कुमार, डा. रेनू गुप्ता, डा. धर्मेंद्र सिंह तौमर, डा, मोनिका अबरोल, डा. सरस्वती घोष, डा. वेंकटेश, डा. वीवी राव, डा. दिलीप कुमार, डा. सुरभि, डा. नीलम कुमारी, डा. श्रोतिया, डा. विभा अब्राहम, डा. हरिमोहन, डा. गौरव भारद्वाज, डा. प्रतिमा कुमारी, डा. सुनील कुमार, बैरिस्टर सिंह, डा. जग्गी लाल, डा. प्रियंका गौतम, डा. सुधिष्ठा कुमार, डा. स्वीटी अहलावत, डा. लोकनाथ, डा. रतीश कुमार, नीतू कुमारी, डा. सतीश चंद्र, डा. आशीश गोस्वामी, सुनील कुमार, डा. साजन के अलावा गैर शिक्षक कर्मचारियों में अजित अग्रवाल, करुणेश कुमार, राहुल, साहब सिंह, कृष्ण गोपाल, जितेंद्र कुमार, पंकज कुमार शर्मा, विजय सिंह, नीरज सारस्वत, रुचि शर्मा, नवीन परिहार, राहुल जैन, संदीप सिंह, पंकज, रामू, प्रंशांत शुक्ल, राम प्रताप सिंह, लोकेश सिंह, लक्ष्मीनारायण, कमलकांत वाजपेयी को सराहना पत्र और पुरुस्कार देकर सम्मानित किया गया। इनके अतिरिक्त डा. कमल सिंह धाकड़, विमल बिंदल, कुंदन कुमार चौबे, वीवी रामाराव स्वाती दीक्षित को उनके उल्लेखनीय कार्यों को लेकर सराहना पत्र और पुरस्कार से सम्मानित किया गया।