
चित्र परिचयः संस्कृति विवि के विद्यार्थियों को इलेक्ट्रिक व्हीकल के घटकों के बारे में जानकारी देते आटोमोटिव स्किल्स डेवलपमेंट काउंसिल के विशेषज्ञ।
मथुरा। संस्कृति विश्वविद्यालय ने ऑटोमोटिव स्किल्स डेवलपमेंट काउंसिल (एएसडीसी) और वीई कमर्शियल व्हीकल्स लिमिटेड के साथ साझेदारी में इलेक्ट्रिक वाहन के व्यावहारिक प्रशिक्षण सत्र का सफलतापूर्वक आयोजन किया। इस प्रशिक्षण सत्र में आयशर मोबाइल ईवी वैन का उपयोग किया गया। पॉलिटेक्निक के विद्यार्थियों ने इस मोबाइल ईवी वैन का बारीकी से और व्यवहारिक दृष्टि से अध्यन कर एक उपयोगी अनुभव हासिल किया।
इस पहल का उद्देश्य इलेक्ट्रिक वाहन तकनीक, जो गतिशीलता के भविष्य को आकार देने वाला एक तेज़ी से विकसित होता क्षेत्र है, का व्यावहारिक अनुभव प्रदान करके छात्रों की तकनीकी दक्षताओं को बढ़ाना था। विशिष्ट अतिथि एएसडीसी की परियोजना प्रमुख सुश्री कीर्ति ने प्रमुख ईवी घटकों और उनके कार्यों के बारे में विद्यार्थियों को विस्तार से बताया जिससे उनको इलेक्ट्रिक वाहनों की मूलभूत संरचना को समझने में मदद मिली।
वीई कमर्शियल व्हीकल्स लिमिटेड के तकनीकी प्रशिक्षक अज़हरुद्दीन अब्बासी ने व्यावहारिक प्रदर्शन किए और परिचालन प्रोटोकॉल, सुरक्षा प्रथाओं और टिकाऊ एवं इलेक्ट्रिक मोबिलिटी में उभरते रुझानों की व्याख्या की, जिससे छात्रों को उद्योग-उन्मुख मूल्यवान जानकारी मिली। इस अवसर पर बोलते हुए, संस्कृति इंक्युबेशन सेंटर के सीईओ डॉ. गजेंद्र सिंह ने इस बात पर ज़ोर दिया कि यह पहल संस्कृति विश्वविद्यालय की उद्योग-उन्मुख, कौशल-आधारित शिक्षा के प्रति प्रतिबद्धता के अनुरूप है, जो यह सुनिश्चित करती है कि छात्र ऑटोमोटिव क्षेत्र की उभरती माँगों को पूरा करने के लिए पूरी तरह तैयार हों।
एएसडीसी और वीई कमर्शियल व्हीकल्स लिमिटेड के साथ यह सहयोग शैक्षणिक शिक्षा और व्यावहारिक उद्योग आवश्यकताओं के बीच की खाई को पाटने की दिशा में एक और महत्वपूर्ण कदम है, जो नवाचार और रोजगारपरकता को बढ़ावा देने में संस्कृति विश्वविद्यालय की भूमिका को सुदृढ़ करता है।

