




वृंदावन। विद्या भारती अखिल भारतीय शिक्षा संस्थान के मार्गदर्शन में ग्राम खजूरी राया में सप्तशक्ति संगम सांस्कृतिक दृष्टि से महत्वपूर्ण कार्यक्रम का आयोजन हुआ। इस कार्यक्रम का संचालन एवं संयोजन हनुमान प्रसाद धानुका सरस्वती बालिका विद्या मंदिर वृन्दावन द्वारा किया गया। कार्यक्रम का मूल उद्देश्य नारी शक्ति, आत्मविश्वास, कुटुंब प्रबोधन एवं पर्यावरण और सामाजिक जागरूकता को बढ़ावा देना है। ऐसे कार्यक्रमों का आयोजन आज के बदलते परिवेश में अत्यंत आवश्यक है। इस कार्यक्रम में राया क्षेत्र में रहने वाली छात्राओं के परिवार से लगभग 255 महिलाओं ने सहभागिता कर मातृशक्ति का प्रदर्शन किया।
कार्यक्रम का शुभारंभ मुख्य वक्ता निधि तिवारी, विद्याभारती क्षेत्रीय बालिका संयोजिका एवं मुख्य अतिथि विजय देवी, प्रधानाचार्य, प्राथमिक विद्यालय, ग्राम खजूरी, रेखा माहेश्वरी, डॉ अंजू सूद ने संयुक्त रूप से माँ सरस्वती के समक्ष दीप प्रज्वलन के साथ किया। कार्यक्रम में विद्यालय की छात्राओं ने मनमोहक प्रस्तुति दी एवं रंग-बिरंगे परिधान पहने छात्राओं ने नाट्य मंचन, नारी शक्ति पर गीत प्रस्तुत कर दर्शकों का हृदय जीत लिया।
मुख्य वक्ता निधि तिवारी ने कहा कि ‘सप्तशक्ति संगम’ जैसे आयोजन न केवल मातृशक्ति में आत्मविश्वास, अनुशासन और नेतृत्व क्षमता का विकास करते हैं, बल्कि उनमें भारतीय संस्कृति, परंपरा और राष्ट्रभक्ति की जड़ें और भी मजबूत करते हैं। उन्होंने कहा कि दादी-नानी परिवार की धुरी है जिनसे आने वाली पीढ़ी अपनी संस्कृति एवं जीवन के प्रत्येक क्षेत्र में निपुणता सीख कर नैतिकता, राष्ट्रप्रेम और सेवा भाव का संचार करती है।
विद्यालय की प्रधानाचार्य डॉ. अंजू सूद ने कहा कि ऐसे आयोजन विद्यार्थियों को न केवल मानसिक व बौद्धिक रूप से सशक्त बनाते हैं, बल्कि उन्हें ‘एक अच्छे विद्यार्थी से एक श्रेष्ठ नागरिक बनने की प्रेरणा भी प्रदान करते हैं।
विद्यालय परिवार द्वारा सभी अतिथियों का पुष्पगुच्छ एवं स्मृति चिह्न भेंट कर स्वागत किया गया। संचालन कुसुम सैनी व गुंजन शर्मा द्वारा किया गया।
इस अवसर पर पद्मनाभ गोस्वामी, रेखा माहेश्वरी, विश्वनाथ गुप्ता, कमल खण्डेलवाल, भरत शर्मा, उमेश शर्मा आदि मौजूद रहे।

