- एक माह में करीब 700 अपॉइंटमेंट होते थे वृंदावन में
- पासपोर्ट सेवा केन्द्र में 24 मार्च के बाद नहीं हुआ कामकाज
मथुरा। कोरोना वायरस के संक्रमण के चलते लॉकडाउन-1 से बंद हुए देश के सरकारी और गैर सरकारी ऑफिस खुल गए हैं। फिर से ऑफिसों में कामकाज होने लगा है। लेकिन वृंदावन सहित प्रदेशभर में पोस्ट ऑफिसों में पासपोर्ट सेवा केन्द्र अनलॉक-5 होने के पर भी बंद है। इन सेवा केन्द्रों के बंद होने से लोग परेशानी का सामना कर रहे हैं और वह गाजियाबाद जाने को विवश हैं।
केन्द्र सरकार ने मथुरा, हाथरस और अलीगढ के लोगों के लिए वृंदावन के चुंगी चौराहा स्थित पोस्ट ऑफिस में पासपोर्ट सेवा केन्द्र मई 2018 में खोला था। यहां प्रतिदिन 30 से 35 अपॉइटमेंट होते थे। इससे मथुरा और आसपास के जनपदों के लोगों को गाजियाबाद जाने की बजाय वृंदावन में ही पासपोर्ट बनने का कार्य हो रहा था। 24 मार्च लॉकडाउन- 1 से विभागीय अफसरों ने वृंदावन के पासपोर्ट सेवा केन्द्र को बंद कर दिया। लेकिन अनलॉक-5 होने के बावजूद यह सेवा केन्द्र नहीं खोला गया। जिससे मथुरा और आसपास के जनपदों के लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।
सांसद हेमामालिनी ने भी वृंदावन का पासपोर्ट सेवा केन्द्र छह माह से अधिक समय से बंद हो जाने पर नाराजगी जताई और केन्द्रीय विदेश मंत्री सुब्रह्म्यणय जयशंकर को पत्र लिखकर पुन: पासपोर्ट सेवा केन्द्र खालने को कहा है।
वृंदावन के पासपोर्ट प्रभारी कालीचरन ने बताया कि वृंदावन के पासपोर्ट सेवा केन्द्र में प्रतिदिन 30 से 35 लोगों का अपॉइंटमेंट हो रहे थे। लेकिन कोरोना वायरस के कारण गत मार्च से ही सेवा केन्द्र पर कार्य नहीं हो रहा है। यहां होने वाले अपॉइंटमेंट गाजियाबाद कार्यालय में हो रहे हैं।