- बार एसोसिएशन ने दो वकीलों को दी चैम्बर सील करने की चेतावनी
- आरोपी अधिवक्ताओं को बार ने दिए थे दो बार नोटिस
मथुरा। बार एसोसिएशन ने एक महिला वकील सहित दो वकीलों की सदस्यता से निलंबित कर दिया है साथ ही इनके चैम्बरों को सील करने की भी चेतावनी दी है। बार एसोसिएसशन ने दोनों अधिवक्ताओं पर यह कार्रवाई उन पर लगे झूठी शिकायतें और फर्जी मुकदमे लगाकर लोगों को ब्लैकमेल करने और विधि व्यवस्था को दूषित के आरोपों के आधार पर की है।
मथुरा बार एसोसिएशन के सचिव सुनील कुमार चतुर्वेदी ने बताया कि 1 से 3 अक्टूबर तक आए शिकायतों को देखते हुए अधिवक्ता फरजाना, नीरज वशिष्ठ, अमित रावत, मनीष शर्मा, मयंक जैन को बार एसोसिएसशन ने एक अक्टूबर तक नोटिस का जवाब देने के लिए पत्र जारी कि किया गया। इस पर नोटिस का जवाब वकील अमित रावत, मनीष शर्मा एवं हरिओम शर्मा एवं मयंक जैन ने निर्धारित दिन से पूर्व अपने-अपने जवाब बार कार्यालय में प्रस्तुत किए। लेकिन वकील फरजाना एवं नीरज वशिष्ठ द्वारा एसोसिएशन को नोटिस के जवाब नहीं दिया।
एसोसिशन के सचिव अधिवक्ता सुनील चतुर्वेदी ने बताया कि बार की तरफ से पुन: 9 अक्टूबर को सभी उपरोक्त अधिवक्ताओं को व्यक्तिगत रुप से बार कार्यालय में उपस्थित होकर अपनी बात रखने के लिए नोटिस जारी किए गए। इस पर भी अधिवक्ता नीरज वशिष्ठ कार्यालय में स्वयं उपस्थित नहीं हुए न ही कोई जवाब दिया गया। इसके बाद बार एसोसिएशन वकील फरजाना और नीरज वशिष्ठ को आदतन झूठी शिकायतें एवं फर्जी मुकदमे लगाकर लोगों को ब्लैकमेल करने, विधि व्यवस्था को दूषित करने एवं अधिवक्ता होने का फायदा उठाकर दुरुपयोग करने के आरोप में एसोसिएशन की सदस्यता से निलंबित कर दिया है। बार ने दोनों अधिवक्ताओं को चेतावनी दी है कि बार द्वारा जारी परिचय पत्र एवं प्रमाणपत्र को बार के कार्यालय में जमा नहीं कराया तो उनके चैम्बर को सील करने की कार्रवाई की जाएगी।
इतना ही नहीं बार एसोसिएशन द्वारा दोनों वकीलों के रजिस्ट्रेशन निरस्त करने की कार्रवाई के लिए बार काउंसिल ऑफ उत्तरप्रदेश के लिए भी पत्र लिखा जाएगा। बार एसोसिएशन की इस बड़ी कार्रवाई से वकीलों के बीच हड़कंप मचा है।