मथुरा। मथुरा में कई थाने और पुलिस चौकियों पर तैनात रहे एक दरोगा के खिलाफ भ्रष्टाचार के मामले में एफआईआर दर्ज की गई है। एंटी करप्शन व्यूरो कानपुर के इंस्पेक्टर ने मथुरा कोतवाली में आय से अधिक सम्पत्ति और भ्रष्टाचार के आरोप में की केस दर्ज कराया है।
वर्तमान में मेरठ के देहली गेट थाने में एसएसआई के पद पर तैनात केपी सिंह के विरुद्ध साकेत पुरी निवासी विजय यादव एवं सूर्य नगर निवासी सुरेशचन्द्र शर्मा निवासी ने एंटी करप्शन व्यूरो में भ्रष्टाचार और आय से अधिक सम्पत्ति अर्जित करने का आरोप लगाते हुए शिकायत की थी। इस मामले में एंटी करप्शन कानपुर के इंस्पेक्टर रामपाल सिंह ने मथुरा कोतवाली में दरोगा के खिलाफ एफआईआर दर्ज की है।
बताया जा रहा है कि मथुरा में 2004 से 2013 तक नो साल रहे दरोगा केपी सिंह ने मथुरा में रहने के दौरान अधिक सम्पत्ति अर्जित की है। यह मथुरा की कृष्णा नगर पुलिस चौकी पर दो बार तैनात रहा है। इसके अलावा जैंत, बिरला मंदिर बाग बहादुर, ओल, यमुनापार, बंगाली घाट, मंडी पुलिस चौकी पर तैनात रहे हैं। सिपाही से विशेष श्रेणी के तहत दरोगा बने केपी सिंह की हरकतों के कारण जैंत पुलिस चौकी पर महिलाओं ने हंगामा किया था।
दरोगा केपी सिंह के विरुद्ध भ्रष्टाचार के मामले में हुए मुकदमे के बाद पुलिस मेहकमा में हड़कंप मचा है। सिपाही और दरोगाओं के बीच इस कार्रवार्इै को लेकर चर्चा बनीं हुई है।
आरोपी दरोगा केपी सिंह का कहना है कि वर्ष 2013 में मथुरा की कृष्णा नगर पुलिस चौकी पर तैनात थे। उस समय विजय यादव एक प्लॉट पर कब्जा करना चाहते थे। मैंने जब उच्चाधिकारयिों के आदेश पर कब्जा नहीं करने दिया। इसी चिढ के कारण उन्होंने मेरी शिकायत डीएम और एसएसपी से न कर एंटी करप्शन ब्यूरो में कर दी। उन्होंने बताया कि जांच के नाम पर पिछले 6 माह से उनका उत्पीड़न किया जा रहा है। वह तीन बार पहले भी आय से अधिक सम्पत्ति के मामले में निर्दोष साबित हुए हैं। उन्होंने बताया कि उनकी पत्नी भी सरकारी अध्यापिका है। उसके नाम से लोन से लिया गया प्लॉट में भी मेरी सम्पत्ति में जोड़ दिया गया है। जो कि गलत है।
मथुरा कोतवाली प्रभारी संजीव कुमार दुबे का कहना है कि एंटी करप्शन व्यूरो द्वारा दरोगा रहे केपी सिंह के विरुद्ध आय से अधिक सम्पत्ति अर्जित करने के मामले में एफआईआर दर्ज कराई है। जल्द ही इस मामले में विधि सम्मत अग्रिम कार्रवाई की जाएगी।
मथुरा में नो साल तैनात रहे दरोगा के खिलाफ भ्रष्टाचार के मामले में एफआईआर
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