Saturday, August 23, 2025
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बरसाना में वृषभान खिरक गौशाला को लेकर गहराया विवाद

बरसाना। बरसाना में लंबे समय से राधारानी के पिता वृषभान के नाम से संचालित वृषभान खिरक गौशाला के अधिकार को लेकर विवाद गहरा गया है। गोशाला पर कुछ लोगों द्वारा कब्जे का प्रयास होने के बाद स्थानीय लोगों ने सभा करके आक्रोश जताया है और पुलिस प्रशासन ने इस गोशाला को कब्जा मुक्त कर पूर्व की भांति संचालन की मांग की है।

सुप्रसिद्ध राधारानी मंदिर में गायों के दूध की सेवा करने वाली वृक्षभान खिरक गोशाला को लेकर बरसाना में विवाद खड़ा हो गया है। लंबे समय से गौशाला का संचालक कर रहे भगवान दास भंडारी के निधन के बाद कुछ लोगों द्वारा गौशाला में कब्जा करने का प्रयास किया जा रहा है। इस पर बरसाना के लोगों में आक्रोश है। चतुर्भुजी मंदिर में बुधवार को हुई सभा में शहीद भगत सिंह क्रांति दल के संस्थापक पदम फौजी का कहना है कि गौशाला संचालक भगवान दास भंडारी द्वारा इस गौशाला का संचालन पिछले तीन दशक से अधिक समय से किया जा रहा था। गौशाला के दूध, दही और मक्खन से सुप्रसिद्ध राधारानी के मंदिर में सेवा होती आई है। लेकिन भगवान दास भंडारी के निधन के बाद अब जहां गौशाला में करीब 400 गोवंश की स्थिति बदतर हो गई है। वहीं गोशाला पर कुछ लोगों द्वारा कब्जे का प्रया किया जा रहा है। इससे मंदिर की दूध सेवा भी प्रभावित हो रही है। उन्होंने जिला प्रशासन और पुलिस से गौशाला को कब्जा मुक्त कराकर पहले की तरह संचालन की व्यवस्था की जाए। माताजी गौशाला के सचिव सुनील सिंह ने कहा कि किसी भी सूरत में गौशाला पर कब्जा नहीं होने दिया जाएगा। विश्व प्रसिद्ध राधा रानी के मंदिर के लिए वर्षों से दूध, घी और मक्खन के साथ प्रतिदिन पान बीड़ी की सेवा होती चली आ रही थी जो आज बंद बताई जा रही है।

राधा अष्टमी और रंगीली होली पर टेसू के फूलों के रंग और कुंटलों गुलाल की सेवा वृषभान खिरक गौशाला के संचालक भगवानदास भंडारी द्वारा की जाती थी। वह 35 वर्षों से अधिक समय से श्री राधा रानी के भंडारी रहे। उन्होंने श्री राधा रानी के पिता के नाम से गौशाला चलाते थे। उन्होंने स्थानीय पुलिस को तहरीर देकर मांग की है कि गोशाला को कब्जा मुक्त कराया जाए और इसे पहले की तरह संचालित करने की व्यवस्था की जाए।
आयोजित सभा में बच्चू सिंह, गोकुलेश, रनवीर ठाकुर, दिनेश ठाकुर, बलराज ठाकुर, रुपचन्द्र श्रोत्रीय आदि मौजूद थे।

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