मथुरा। पीएफआई के तीन सदस्यों की बेल पर मथुरा कोर्ट में सुनवाई सोमवार को फिर टल गई है। अब इस मामले में सुनवाई 10 नवंबर मंगलवार को होने की संभावना है। आज इस केस की सुनवाई टलने का कारण रविवार को जूनियर डिवीजन 9 की अदालत के एक स्टेनो द्वारा आत्महत्या किया जाने के कारण अधिवक्ताओं द्वारा नो वर्क बताया जा रहा है।
सोमवार को हाथरस कांड में जातिय हिंसा फैलाने और सामाजिक सदभाव बिगाड़ने के आरोपी पीएफआई (पॉपूलर फ्रंट ऑफ इंडिया) के पुलिस द्वारा गिरफ्तार किए गए चार सदस्यों में सोमवार को तीन सदस्य मसूद, आलम, अतीकुर्रहमान की जमानत याचिका सुनवाई फिर से टल गई है। इस मामले की सुनवाई एडीजे 10 की अदालत में होनी थी।
आपको बता दें कि तीनों पीएफआई सदस्यों की सुनवाई के लिए सोमवार को सुबह पुलिस द्वारा कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच कोर्ट लाया गया। कोर्ट पहुंचते ही पता चला कि आज इस मामले की सुनवाई टल गई है। इसके पीछे कारण एक कोर्ट में तैनात स्टैनो के आत्महत्या कर लेने और अधिवक्ताओें द्वारा इसे लेकर नो वर्क की घोषणा होना बताया जा रहा है। बताया जा रहा है कि अब इस मामले की सुनवाई मंगलवार को की जाएगी।
ज्ञात हो कि पिछले माह हाथरस कांड के दरमियान पुलिस द्वारा मांट टोल प्लाजा के समीप से गिरफ्तार किए पीएफआई के चार सदस्यों में से तीन मसूद अहमद, असलम, अतीकुर्रहमान ने मथुरा कोर्ट में बेल की अर्जी दाखिल की थी। इससे पहले इन चारों की गिरफ्तारी के बार ईडी और उसके बाद विगत दिनों कोर्ट के मंजूरी मिलने के बाद एसटीएफ ने 48 घंटे की रिमांड पर लेकर पूछताछ की थी। एसटीएफ को दिया गया रिमांड का समय पूर्ण होने पर आज सोमवार को पीएफआई एजेंटों की बेल की अपील पर आज सोमवार को सुनवाई होनी थी। इन पर हाथरस में दलित युवती से गैंगरेप और हत्या के बाद बिगड़े हालातों के बीच जातीय हिंसा भड़काने सहित कई गंभीर आरोप लगे थे। मांट पुलिस ने इन चारों के खिलाफ एनएसए (राष्ट्रीय सुरक्षा कानून)के तहत कार्रवाई की थी।