बरसाना। खाद्य पदार्थों में मिलावटखोरी रोकने के लिए विधान परिषद समिति ने बरसाना में प्रशासनिक और पुलिस अधिकारियों के साथ बैठक की है। जिसमें समिति के सभापति ने अधिकारियों को मिलावट को रोेकने के के लिए सख्त निर्देश दिए हैं और कहा कि यदि मिलावटखोरी में अधिकारियों की संलिप्तता पाए जाने पर उन्हें भी बख्शा नहीं जाएगा।
हाथरस में बड़े पैमाने पर खाद्य पदार्थों में मिलावट का मामला उजागर होने के बाद उत्तर प्रदेश विधान परिषद समिति का सात सद्स्ययीय दल बरसाना पहुंचा। जहां उन्होंने जिले के जिलाधिकारी सर्वज्ञराम मिश्र, एसएसपी डॉ. गौरव ग्रोवर एवं खाद्य विभाग, स्वास्थ्य विभाग, कृषि विभाग के अधिकारियों के साथ नगर पंचायत कार्यालय में बैठक की।
बैठक में समिति के सभापति साहब सिंह ने डीएम और एसएसपी से जिले में खाद्य पदार्थों, दवाओं में हो रही मिलावट को रोकने के लिए सरकार की मंशा से अवगत कराया और कहा कि मिलावट करने वालों के विरुद्ध सख्त कार्रवाई की जाए। साहब सिंह ने कहा कि संसदीय प्रतिनिधि मण्डल की जांच में पाया गया है कि उत्तर प्रदेश में सबसे ज्यादा मिलावटखोरी हो रही है। जिसके कारण 2025 तक 87 प्रतिशत लोग गंभीर बीमारियों से पीड़ित हो जाएंगी। उन्होंने कहा कि देशभर में दूध की खपत ज्यादा है कि जबकि इसका उत्पादन कम है। तो अखिर दूध कहां से आ रहा है।
नकली दवा का कारोबार भी जोर शोर से चल रहा है। कीटनाशक दवा भी नकली बनाई जा रही, जिसके कारण किसानों की फसल बर्बाद हो रही हैं। देश मे पड़े पैमाने पर नकली मसालों का कारोबार भी बड़े पैमाने पर किया जा रहा। जिसके खाने से हम और आने वाली नश्ल गंभीर बीमारियों की चपेट में आ रहे हैं।