छात्र-छात्राएं अपने समग्र व्यक्तित्व की स्वयं समीक्षा करें
राजीव एकेडमी में युवा पीढ़ी के समग्र विकास पर व्याख्यान
मथुरा। राजीव एकेडमी फार टेक्नोलाजी एण्ड मैनेजमेंट के बीबीए विभाग द्वारा मंगलवार को युवा पीढ़ी के समग्र विकास पर एक आनलाइन व्याख्यान का आयोजन किया गया। मोटीवेशनल स्पीकर और ट्रेनर सरिता चौधरी ने कहा कि आज के समय में युवाओं को किताबी व तकनीकी ज्ञान के साथ साफ्ट स्किल्ड होने की जरूरत है। जिस रफ्तार से हर क्षेत्र में चुनौतियां बढ़ रही हैं उसी रफ्तार से युवाओं को सफलता के लिए समग्र रूप से विकसित होना होगा।
मोटीवेशनल स्पीकर ने कहा कि यह सच है कि तकनीकी शिक्षण संस्थानों में पढ़ने वाले छात्र-छात्राएं मेधावी होते हैं लेकिन कौशल व कुशल भारत तभी बनेगा जब इनकी बुद्धि कुशाग्र होने के साथ व्यापक होगी। उन्होंने कहा कि युवाओं में सेल्फ इमेज और कान्फिडेंस लेवल को बढ़ाने के लिए गंभीरता से प्रयास करने की जरूरत है। इनमें मातृभाषा, राष्ट्रीय व अंग्रेजी भाषा का बोध समान रूप से पैदा करने की भी जरूरत है। इनके एटीट्यूड, स्किल व ज्ञान के स्तर को न सिर्फ संतुलित बनाने की जरूरत है बल्कि इसके लिए इन्हें प्रोत्साहित भी करना होगा।
वक्ता सरिता चौधरी ने विद्यार्थियों को प्रेरित करते हुए कहा कि समग्र दृष्टिकोण शब्द बहुत महत्वपूर्ण है जिसके अन्तर्गत व्यक्ति की केवल एक बात पर गौर नहीं किया जाता बल्कि उसकी सभी गतिविधियों पर ध्यान दिया जाता है। उन्होंने कहा कि व्यक्ति का समग्र विकास करने से पूर्व उसके जीवन के भावनात्मक, सामाजिक और आध्यात्मिक पक्ष पर भी विचार किया जाना जरूरी है। उन्होंने कहा कि समग्र दृष्टिकोण का बहुत बड़ा महत्व है। आप अपने जीवन में कोई भी कार्य करें, जब तक उसे पूरी रुचि से नहीं करेंगे तब तक आपकी आंतरिक स्थिति कार्य के प्रति स्थायी नहीं होगी।
उन्होंने छात्र-छात्राओं का आह्वान किया कि जीवन में मिले कार्यपूर्ति के दायित्व के प्रति रुचि और जुनून विकसित करें। प्रत्येक परिस्थिति में संघर्ष करने वाला ही सफलता प्राप्त करने में सक्षम होता है। वक्ता सरिता चौधरी ने विद्यार्थियों का आह्वान किया कि वे अपने समग्र व्यक्तित्व की स्वयं समीक्षा करें ताकि अंतः क्रियात्मक रूप से स्वयं को दायित्व-पूर्ति में लगा सकें। उन्होंने छात्र-छात्राओं को आत्मविश्वास विकसित करने के उपाय भी सुझाए।