मथुरा। खुशी मठ खरसाली से प्रारंभ हुई यमुना कलश पदयात्रा अपने पिछले पड़ाव बिहार वन गौशाला से चलकर भीमा की गड़ी गंगरौली वच्छवन व सुंदरवन होते हुए वृंदावन में प्रवेश किया। वृंदावन प्रवेश पर राधा टीला के संत-महंतों ने पद यात्रियों का ठंडाई प्रसादी से और यमुना की डोली पर माल्यार्पण कर स्वागत किया। कलश पदयात्रा इस्कॉन मंदिर,विद्यापीठ चौराहा, लोई बाजार, मंडी समिति व रंगजी मंदिर होते हुए अपने रात्रि विश्राम स्थल तटीय स्थान( कुंभ स्थल) पहुंची।
प्रोजेक्ट आत्मनिर्भर के तत्वाधान में आयोजित यमुना कलश पदयात्रा यात्रा संयोजक रणजीत महेश पाठक के नेतृत्व में निकाली जा रही है। इसका उत्तराखण्ड से लेकर उत्तरप्रदेश के ब्रज में आते-आते कदम-कदम पर यमुना भक्तों ने स्वागत करने के साथ ही समर्थन किया है।

वृंदावन में नगर में प्रवेश करने पर इस्कॉन मंदिर पर अखिल भारतीय तीर्थ पुरोहित महासभा के पदाधिकारियों छीतो स्वामी, विनोद चतुर्वेदी, महेश भारद्वाज, कृष्ण कुमार (गुड्डू), वैभव गौतम, संजय चतुर्वेदी,पवन गौतम, सुमित गौतम,आदि ने पुष्प वर्षा कर स्वागत किया वहीं विद्यापीठ चौराहे पर स्वागत तुलसी स्वामी व उनके सहयोगियों ने जलपान करा कर स्वागत किया । स्वागत की श्रंखला में कलश यात्रा के पहुंचने पर बांके बिहारी मंदिर बाजार संगठन ब्राह्मण महासंघ व अन्य स्वयं सेवी संस्था द्वारा जगह-जगह पुष्प वर्षा जलपान लस्सी आदि पिलाकर स्वागत किया ।

इस दौरान संपूर्ण वृंदावन धाम मां यमुना के प्रति अपनी श्रद्धा व्यक्त करते हुए यमुना शुद्धिकरण के नारे जैसे यमुना बचाओ भविष्य बचाओ यमुना को निर्मल रहने दो यमुना को अविरल बहने दो नमामि यमुना नमामि यमुना केशव की पटरानी यमुना जैसे नारों से गुंजायमान हो उठा। मध्यान्ह विश्राम के पश्चात यमुना संकीर्तन व सामूहिक यमुनाष्टक के साथ में यमुना की महा आरती के आयोजन के पश्चात सभी ब्रज वासियों ने प्रोजेक्ट आत्मनिर्भर के संस्थापक रणजीत पाठक के साथ यमुना की अविरलता और शुद्धिकरण के लिए कदम से कदम मिलाने का आश्वासन दिया।
कलश यात्रा में आयुष नारायण ,मोनू पंडित, मुकेश उनियाल, संजय चतुर्वेदी, मनसुख जुलजुल, धर्मदास, दिलीप उनियाल, सुरेंद्र चतुर्वेदी , लव चतुर्वेदी ,आयुष मान्यवर, प्रवेश उनियाल, सुनील उनियाल, सौरभ उनियाल, आदि रहे ।