वाराणसी। कोरोना के कहर के बीच पीएम नरेन्द्र मोदी के संसदीय क्षेत्र से दिल दहला देने वाली तस्वीर सामने आई है। लोग एक-एक सांस के लिए जद्दोजहद कर रहे हैं। ऐसे में वाराणसी में एक वृद्ध मां अपने कलेजे के टुकड़े को लेकर प्राइवेट अस्पताल पहुंची। लेकिन उपचार न मिल पाने के कारण बेटे की वृद्ध मां के कदमों में ही मौत हो गई।
जौनपुर जिले के मडियांहू निवासी विनय सिंह का भतीजा विनीत सिंह मुंबई में कार्य करता था। वह दिसंबर माह में शादी समारोह में अपने गांव आया था। तभी से यहां रुक गया। युवक की तबियत खराब होने पर परिजन जौनपुर ले गए। डॉक्टर ने किडनी में परेशानी बताई। युवक के परिजनों ने बताया कि बीएचयू में दिसंबर से लगातार पांच बार इलाज के लिए लाइन में लगे लेकिन किसी डॉक्टर ने नहीं देखा।

सोमवार को ज्यादा तबियत खराब होने पर उसकी मां चन्द्रकला सिंह उसे एम्बुलेंस न मिलने पर ई रिक्शा में लेकर बीएचयू पहुंची। डॉक्टरों ने फिर कोरोना की वजह से युवक को नहीं देखा। वृद्ध मां ने अपने कलेजे के टुकड़े की जान बचाने के लिए हिम्मत नहीं हारी। वृद्ध मां चन्द्रकला अपने बेटे को लेकर ककरमत्ता स्थित प्राइवेट अस्पताल पहुंची। वहां भी उसे भर्ती नहीं किया गया।
इलाज के अभाव में बेटे की मां के कदमों में ही तड़प-तड़प कर मौत हो गई। एक बेबस वृद्ध मां ई रिक्शा में अपने बेटे के शव के साथ का फोटो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। सोशल मीडिया पर लोग इसके लिए देश के राजनेताओं और स्वास्थ्य विभाग को जिम्मेदार ठहरा रहे हैं