
मथुरा। सूचना क्रांति के युग में बिना डाटा कोई काम नहीं चल सकता। डाटा संरचना डाटा को व्यवस्थित करने, संसाधित करने, पुनर्प्राप्त करने तथा संग्रहित करने का एक विशेष प्रारूप है। डाटा संरचनाओं के कई बुनियादी और उन्नत प्रकार हैं, जोकि विशिष्ट उद्देश्य के अनुरूप डाटा को व्यवस्थित करने के लिए डिजाइन किए गए हैं। डाटा स्ट्रक्चर उपयोगकर्ताओं के लिए आवश्यक डाटा तक पहुंचना और उसके साथ काम करना आसान बनाता है। यह बातें राजीव एकेडमी फॉर टेक्नोलॉजी एण्ड मैनेजमेंट द्वारा आयोजित वर्कशॉप में रिसोर्स परसन सचिन कुमार टेक्निकल ट्रेनर डुकैट कम्पनी (नोएडा) ने बीसीए के छात्र-छात्राओं को बताईं।
रिसोर्स परसन ने छात्र-छात्राओं को बताया कि कम्प्यूटर विज्ञान और कम्प्यूटर प्रोग्रामिंग में डाटा संरचना को विभिन्न एल्गोरिदम के साथ उपयोग करने के उद्देश्य से डाटा को संग्रहित करने के लिए चुना या डिजाइन किया जा सकता है जिसे आमतौर पर डाटा संरचना और एल्गोरिदम कहा जाता है। उन्होंने कहा कि बीसीए के छात्र-छात्राओं को सभी प्रकार के डाटा की जानकारी होना आवश्यक है। यह उनके व्यावसायिक कोर्स के लिए अति महत्वपूर्ण है। उन्होंने एल्गोरिदम एण्ड डाटा स्ट्रक्चर कंसेप्ट, अप्लाई एल्गोरिदम एण्ड डाटा स्ट्रक्चर प्राब्लम, अनालाइज एल्गोरिदम एफिसिएंसी, फाइण्ड एफिसिएट एल्गोरिदम, सॉल्व एल्गोरिदम सहित अन्य एडवांस टॉपिकों पर छात्र-छात्राओं से अपने अनुभव साझा
वर्कशॉप में रिसोर्स परसन से छात्र-छात्राओं ने प्रोग्रामिंग तथा इसके फायदे व नुकसान के बारे में भी प्रश्न किए। उन्होंने सभी की प्राब्लम सॉल्व करते हुए टाइम स्पेश ट्रेड ऑफ एल्गोरिदम, एनालिसिस ऑफ एल्गोरिदम और टाइप्स ऑफ रिकर्सन के बारे में अपडेट जानकारी देते हुए सभी प्रश्नों के उत्तर दिए। इसके अतिरिक्त उन्होंने लिंक्ड लिस्ट, स्टैक, क्यू, ट्री, ग्राफ, सॉर्टिंग व प्रोग्राम यूजिंग पर भी विस्तार से जानकारी दी। वर्कशॉप में प्रतिभागियों को डाटा संरचनाओं के मूल सिद्धांतों से भी परिचित कराया गया, जो कुशल और अनुकूलित प्रोग्राम लिखने के लिए महत्वपूर्ण हैं।
राजीव एकेडमी के अनुभवी संकाय सदस्यों ने वर्कशॉप का संचालन किया तथा प्रतिभागी छात्र-छात्राओं को व्यावहारिक उदाहरणों एवं अभ्यासों के माध्यम से व्यावहारिक अनुभव प्रदान किया। डॉ. विकास जैन विभागाध्यक्ष प्रबंधन ने बताया कि वर्कशॉप में प्रतिभागियों को अपने ज्ञान को वास्तविक दुनिया की समस्याओं पर लागू करने का भी अवसर प्रदान किया गया। कुल मिलाकर यह वर्कशॉप उन छात्र-छात्राओं और पेशेवरों के लिए एक बेहतरीन अवसर थी, जो प्रोग्रामिंग में रुचि रखते हैं तथा अपने कोडिंग कौशल को बेहतर बनाना चाहते हैं।
आर.के. एज्यूकेशनल ग्रुप के अध्यक्ष डॉ. रामकिशोर अग्रवाल, उपाध्यक्ष पंकज अग्रवाल तथा प्रबंध निदेशक मनोज अग्रवाल ने वर्कशॉप को बीसीए के छात्र-छात्राओं के लिए मील का पत्थर निरूपित किया। संस्थान के निदेशक डॉ. अभिषेक सिंह भदौरिया ने रिसोर्स परसन सचिन कुमार का आभार मानते हुए कहा कि यह वर्कशॉप बीसीए के छात्र-छात्राओं के लिए बहुत ही उपयोगी है। इसका लाभ छात्र-छात्राओं को भविष्य में जरूर मिलेगा।
चित्र कैप्शनः वर्कशॉप के बाद टेक्निकल ट्रेनर सचिन कुमार के साथ राजीव एकेडमी के छात्र-छात्राएं।