Monday, May 26, 2025
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जीवन के अनुभवों से प्राप्त होती है सच्ची शिक्षा : डॉ अजय शर्मा-समर कैंप में छात्रों ने किया शारीरिक प्रतिभा का प्रदर्शन-परमेश्वरी देवी धानुका सरस्वती विद्या मंदिर में चल रहे पांच दिवसीय ग्रीष्म शिविर का हुआ समापन

वृंदावन। गौशाला नगर स्थित परमेश्वरी देवी धानुका सरस्वती विद्या मंदिर में चल रहे पांच दिवसीय ग्रीष्म शिविर का समापन रविवार को हुआ। जिसमें छात्रों ने समर कैंप में सीखे गए गुरों का प्रदर्शन कर खूब तालियां बटोरीं।

मुख्य अतिथि राष्ट्रपति पुरस्कार प्राप्त शिक्षाविद एवं श्रीजी बाबा सरस्वती विद्या मंदिर के पूर्व प्रधानाचार्य डॉ अजय शर्मा ने कहा कि सच्ची शिक्षा जीवन के अनुभवों से प्राप्त होती है और जीवन के अनुभव कक्षा से बाहर निकल कर लिए जाते हैं, क्योंकि कक्षा में हम विषय के सैद्धांतिक स्वरूप को समझते हैं पर कक्षा से बाहर की दुनिया हमें नवीन प्रयोगों के लिए प्रेरित करती है। समर कैंप इसी प्रकार का प्रयोग है जो छात्रों को नवीन अनुभवों से जोड़ता है।
बालकों ने पांच दिवसीय शिविर में विभिन्न विषय विशेषज्ञों द्वारा प्राप्त ज्ञान का मंचीय प्रदर्शन किया। सर्वप्रथम मल्लखंभ के प्रशिक्षक ललित और सुजल के निर्देशन में छात्रों ने मल्लखंभ पर शानदार तरीके से योगासन और मीनार इत्यादि का प्रदर्शन किया। जिसने अभिभावकों को दांतों तले उंगली दबाने पर मजबूर कर दिया।ताइक्वांडो प्रशिक्षक कौशल जोशी के निर्देशन में छात्रों ने मार्शल आर्ट में आत्मरक्षा के लिए प्रयुक्त विभिन्न दांवपेचों को सामूहिक रूप से प्रस्तुत किया। एरोबिक्स की प्रशिक्षिका मीरा सिंह के निर्देशन में छोटे छोटे बालकों द्वारा संगीत की धुन पर प्रस्तुत शारीरिक व्यायाम की सभी दर्शकों द्वारा विशेष प्रशंसा की गई। योगाचार्य गगन शर्मा के निर्देशन में छात्रों ने विभिन्न योगासन और प्राणायाम की विभिन्न स्थितियों का बड़ी स्पष्टता व सटीकता पूर्वक प्रदर्शन किया। वेणुवादक गोपाल शर्मा एवं ऋषभ शर्मा के निर्देशन में 40 से अधिक छात्रों ने सस्वर सुमधुर वंशी वादन प्रस्तुत किया। शिविर संयोजक प्रधानाचार्य विपिन शर्मा ने कहा कि इस ग्रीष्म शिविर में पांच दिन तक बालकों ने अपने घर से दूर किंतु अपने आचार्य गणों के मध्य पूर्णता आत्मीय और घरेलू वातावरण में जो समय व्यतीत किया है, वह उनके विद्यार्थी जीवन की स्मृतियों का एक अविस्मरणीय हिस्सा बना रहेगा। उन्होंने बताया कि विद्यालय द्वारा किया गया यह अभिनव प्रयोग कई अर्थों में महत्वपूर्ण है और इसके बहुआयामी दूरगामी परिणाम छिपे हुए हैं। जिनका प्रभाव आगामी दिनों में बालकों के क्रियाकलाप एवं कार्य व्यवहार में भी प्रकट होगा। शिविर के प्रधान संचालक रविन्द्र सिंह ने बताया कि शिविर में सूर्य नमस्कार, योग आसन, ताई क्वाँडो, मलखम्ब और एरोविक्स के अभ्यास द्वारा शारीरिक सुदृढ़ता का महत्व समझाया गया। वहीं वेणु वादन, शैक्षिक भ्रमण, मंदिर दर्शन आदि
से बालकों को सांस्कृतिक जीवन मूल्यों से जोड़ा गया।
समर के कैंप के दौरान कराई गई विभिन्न गतिविधियों में प्रथम स्थान प्राप्त छात्रों में भैया जतिन कौशिक, शौर्य, श्रेष्ठ, धार्मिक एवं नरेंद्र सिसोदिया ने इंग्लिश रन में, तनिष्क रावत, प्रतीक ने, इंग्लिश स्लोगन राइटिंग में और ऋषभ पाराशर, हर्ष अग्रवाल, वैभव, सरस, समर, रविराज, नवीन ने मेंटल रन में , अभिषेक वर्मा, मुकुल चौधरी, गौरव चौधरी, नवीन अग्रवाल ने मैथ्स रन में तथा संदीप पोइट्री राइटिंग में विशेष स्थान प्राप्त किया। जिन्हें विद्यालय प्रबंधन द्वारा सम्मानित और पुरस्कृत किया गया। प्रबंधक शिवेन्द्र गौतम ने कहा कि इस ग्रीष्म शिविर की सफलता में यह सिद्ध कर दिया है कि जब एक समूह के रूप में सभी लोगों का विचार और चिंतन एकात्म भाव से किसी कार्य में जुड़ जाता है तो उस कार्य की सफलता असंदिग्ध रहती है। समापन समारोह का संचालन भी कैंप में प्रतिभाग कर रहे शिवांश यादव, गर्वित गुप्ता ने किया। इस अवसर पर सरस्वती विद्या मंदिर छाता के प्रधानाचार्य शशांक तिवारी, प्रबंध समिति कोषाध्यक्ष अशोक अग्रवाल, उपप्रधानाचार्य ओमप्रकाश शर्मा, शिविर संचालक ललित गौतम, अरुण दीक्षित, राहुल शर्मा, शैलेन्द्र गोयल, राहुल गोस्वामी, योगेश अग्रवाल, मनोज वार्ष्णेय, सुरभि चरन सोनी, लवली शर्मा, अर्चना, गिरीश तोमर, ब्रज मोहन, सुजान सिंह, अमित चौधरी, राजेश कुमार, अनिल यादव, नवीन शर्मा आदि उपस्थित रहे।

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