मथुरा। बम्बई हाई कोर्ट के दो जजों की पीठ द्वारा बड़ा ही दुर्लभ और ऐतिहासिक जजमेंट दिया है। उन्होंने मुंबई महानगर निगम को आदेशित किया है कि जगह-जगह बने कबूतरों को दाना डालने वाले स्थलों पर जो कोई व्यक्ति दाना डाले, उसके विरुद्ध रिपोर्ट दर्ज कर कार्यवाही की जाय और उन पर जुर्माना लगाया जाय। जजों द्वारा यह आदेश स्वास्थ्य कारणों को देखते हुए दिया है।
धन्य है ऐसे महान जज जिन्होंने यह आदेश दिया है। मैं न सिर्फ उन जजों का आभार व्यक्त करता हूं बल्कि उन्हें पैदा करके इतने अच्छे संस्कार देने वाले माता-पिताओं को भी सलाम करता हूं। इन जजों का प्रमोशन करके सुप्रीम कोर्ट का जज बनाया जाना चाहिए। देखने की बात है कि हमारे देश में इतने अच्छे जज भी हैं जो जनता के स्वास्थ्य का इतना ख्याल रखते हैं। अच्छा तो यह होता कि ये जज अपने आदेश में यह भी निर्देशित करते कि बम्बई महानगर निगम शूटरों की भर्ती करके कदम-कदम पर उनकी तैनाती करे ताकि जो भी परिंदा आसमान में उड़ता दिखाई दे, तुरंत ठांय और इंसानों के स्वास्थ्य से खिलवाड़ करने वाले धड़ाम से नींचे। यानी न रहेगा बांस और न बजेगी बांसुरी।
मेरा मानना यह है कि दोनों महान जजों के जजमेंट से प्रेरणा लेकर बम्बई वालों को घर-घर में गुलेल और उसके साथ कंचों की व्यवस्था करके रखनी चाहिए। महान जजों की इस जोड़ी और उन्हें पैदा करके इतने अच्छे संस्कार देने वालों की बारंबार जय जयकार हो।