Saturday, May 10, 2025
Homeन्यूज़न्यूज़और जहरीली हुई दिल्ली की आवोहवा, आज से ग्रेप की गिरफ्त में...

और जहरीली हुई दिल्ली की आवोहवा, आज से ग्रेप की गिरफ्त में आई दिल्ली

  • दिल्ली और एनसीआर क्षेत्र में डीजल जेनरेटर चलाने पर पाबंदी
  • प्लास्टिक, रबड़ और प्रतिबंधित ईंधन के इस्तेमाल पर रोक

नई दिल्ली। दिल्ली-एनसीआर की आवोहवा और जहरीली होती जा रही है। लोगों का सांस लेना भी दुश्वार हो रहा है। सरकार के तमाम प्रयासों के बावजूद दिल्‍ली में वायु प्रदूषण ने कम होने का नाम नहीं ले रहा है। लगातार जहरीली हो रही हवा के मद्देनजर बृहस्पतिवार से ग्रेडेड रिस्पांस एक्शन प्लान (ग्रेप) लागू कर दिया है। GRAP अगले साल 15 मार्च तक प्रभावी रहेगा।

ग्रेप चार अलग-अलग चरणों में वायु प्रदूषण की विभिन्न परिस्थितियों से निपटने के प्रावधान हैं। ईपीसीए की तरफ से दिल्ली, हरियाणा, उत्तर प्रदेश और राजस्थान को साफ कह दिया गया है कि कोरोना महामारी को देखते हुए इस बार ग्रेप के क्रियान्वयन में कोई ढिलाई बर्दाश्त नहीं की जाएगी।

दिल्ली की बात करें तो हवा में पीएम (पार्टीकुलेट मैटर्स) का लेवल 322 तक पहुंच गया है। दिल्‍ली के द्वारका इलाके में तो यह 373 के स्तर पर पहुंच चुका है। ऐसे में सांस लेना भी मुश्किल हो गया है। हालांकि, भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने आने वाले 5-6 दिन तक हालात ऐसे ही रहने की बात कही है। दिल्ली सरकार ने पराली और पावर प्लांट को बंद करने की मांग करते हुए कई तरह के कदम उठाने शुरू कर दिए हैं।

दिल्ली के साथ इन शहरों में लगी डीजल जेनरेटर चलाने पर रोक

ईपीसीए की सदस्य सुनीता नारायण कहना है कि कि दिल्ली के साथ-साथ एनसीआर के शहरी क्षेत्रों में भी डीजल जेनरेटर चलाने पर पाबंदी रहेगी। इनमें गुरुग्राम, फरीदाबाद, सोनीपत, पानीपत, बहादुरगढ़, गाजियाबाद, नोएडा और ग्रेटर नोएडा शामिल हैं। वहीं, ईपीसीए अध्यक्ष भूरेलाल ने कहा है कि प्लास्टिक, रबड़ और प्रतिबंधित ईंधन का किसी कीमत पर इस्तेमाल नहीं करने दिया जाएगा। रात्रि गश्त के लिए भी टीमों का गठन किया जा चुका है। नियमित निरीक्षण चल रहा है और कार्रवाई भी की जा रही है। कई औद्योगिक इकाइयों ने स्वच्छ ईंधन यानी पीएनजी (पाइप्ड नेचुरल गैस)का इस्तेमाल करना शुरू कर दिया है। जिन इकाइयों में अब भी प्रदूषण फैलाने वाले ईंधन का इस्तेमाल हो रहा है, उन्हें सील किया जाएगा। वायु प्रदूषण में एक बड़ा हिस्सा कूड़ा जलने से है, वहीं, जहां संभव हो सड़कों और गलियों में मशीनों के जरिए दिन और रात में झाड़ू लगाने की व्यवस्था की जाए। सड़कों पर पानी का छिड़काव किया जाए और धूल से होने वाले प्रदूषण को रोकने के लिए संभव कदम उठाए जाएं।

दिल्ली के इन इलाकों में यह रहा पीएम लेवल

केन्द्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (सीबीसीबी) के अनुसार, 15 अक्टूबर को दोपहर 1 बजे पंजाबी बाग में पीएम लेवल 334, आनंद विहार में 327, आया नगर में 313, मथुरा रोड पर 334, द्वारका में सबसे खतरनाक 373, आईटीओ भी 367 तक पहुंच चुका था। वहीं, लोधी रोड इलाके में पीएम का स्‍तर 191 तक था। गौरतलब रहे कि लोधी रोड को छोड़कर बाकी सभी इलाके खराब हालत में हैं। भारतीय मौसम विज्ञान विभाग का कहना है कि आने वाले 5-6 दिनों में न तो बारिश होने की कोई संभावना है और न ही हवा में किसी भी तरह का कोई बदलाव आने की गुंजाइश।

केजरीवाल बोले- रेड लाइट ऑन तो इंजन ऑफ का करें पालन

सीएम अरविंद केजरीवाल ने बताया कि दिल्‍ली में 1 करोड़ वाहन रजिस्‍टर्ड हैं। इनमें से यदि 10 लाख वाहन भी रेड लाइट ऑन होते ही अपनी गाड़ी बंद कर लेंगे तो वायु प्रदूषण में काफी कमी आएगी। साथ ही उन्‍होंने बताया कि ऐसा करने से वाहन चालक सालाना 7000 रुपये की बचत भी कर सकेंगे। सीएम केजरीवाल ने इस मुहिम को सफल बनाने के लिए कार, ऑटो, बस आदि सबका साथ मांगा है, ताकि दिल्‍ली को वायु प्रदूषण से निजात दिलाई जा सके।

केन्द्र ने बनाई सीपीसीबी की 52 टीमें

केंद्र सरकार ने दिल्ली एनसीआर में बढ़ते प्रदूषण को देखते हुए सीपीसीबी की 52 टीमें बनाई हैं, जो दिल्ली से लगे राज्यों में पंजाब, हरियाणा, राजस्थान, यूपी में जाएंगी और वहां पर प्रदूषण के स्तर का जायजा लेंगी। ये सभी आज गुरुवार को रवाना हो गई हैं। सभी राज्यों में जहां भी निर्माण कार्य चल रहा है, वहीं पर टीमें जाकर देखेंगी कि पर्यावरण मंत्रालय के द्वारा जारी निर्देशों का यहां पर पालन किया जा रहा है या नहीं। सीपीसीबी की इस टीम के बारे में केंद्रीय मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने खुद जानकारी दी है।

इन जरूरी सेवाओं में डीजल जेनरेटर की रहेगी अनुमति

मेडिकल-अस्पताल/नर्सिंग होम/हेल्थ केयर फैसिलिटी
एलिवेटर (लिफ्ट)/एक्सीलेटर
रेलवे सर्विसेस/रेलवे स्टेशन
दिल्ली मेट्रो रेल कॉरपोरेशन की ट्रेन और रेलवे स्टेशन पर

 

RELATED ARTICLES
- Advertisment -

Most Popular

Recent Comments