मथुरा। महिलाओं एवं बालिकाओं की सुरक्षा और सम्मान के लिए संपूर्ण प्रदेश ‘मिशन शक्ति’ का आयोजन किया जा रहा है। इसी अभियान के तहत संस्कृति विश्वविद्यालय में आयोजित एक महत्वपूर्ण वेबिनार में आए वक्ताओं ने महिलाओं और बालिकाओं की सुरक्षा से संबंधित कानूनों की विस्तृत जानकारी दी। वेबिनार में उपस्थित विद्यार्थियों और अभिभावकों को ’बालिका सुरक्षा’ संबंधी शपथ भी दिलाई गई।
वेबिनार में मुख्य वक्ता आईएएस डा. रश्मि सिंह ने बताया कि महिलाओं की सुरक्षा और उनके उत्पीड़न को रोकने के लिए अनेक कानून हैं। महिलाओं और युवतियों को इन कानून के प्रति जागरूक होना चाहिए। उन्होंने कहा कि युवतियों को स्वयं को जागरूक तो बनाना ही चाहिए, साथ ही अपने को कमजोर भी महसूस नहीं करना चाहिए। अगर कोई उनके सम्मान से खिलवाड़ करता है तो उसके खिलाफ कठोर दंड की व्यवस्था है। महिलाओं के प्रति विभिन्न अपराधों की विस्तार से जानकारी देने के साथ उन्होंने कहा कि महिलाओं के साथ होने वाले ये सभी कृत्य अपराधों की श्रेणी में आते हैं, जिनके तहत शिकायत की जा सकती है और अपराधी को सजा दिलाई जा सकती है।
वेबिनार में उपस्थित आईपीएस ध्रुव कांत ठाकुर ने साइबर सुरक्षा, लैंगिक हिंसा, घरेलू हिंसा, पाक्सों एक्ट, महिला हेल्प लाइन नंबर 1090, 108, 102, 112, 181, बाल विवाह, कन्या भ्रूण हत्या संबंधी तथा अन्य प्रचलित कानूनों के बारे में विस्तार से बताया। उन्होंने वेबिनार में उपस्थित शिक्षकों जो अभिभावक भी हैं उनसे अपेक्षा की कि वे अपने बच्चों को विशेषकर पुत्रों को महिलाओं के प्रति सम्मानजन दृष्टिकोण रखने के संस्कार दें। उन्होंने छात्राओं को सशक्त बनने की प्रेरणा दी। उन्होंने विद्यार्थियों को बताया कि किस प्रकार से सोशल मीडिया में आपत्तिजनक पोस्टों को फारवर्ड करने और स्वयं पोस्ट करने से बचें।
उल्लेखनीय है कि नवरात्रि की शुभ तिथियों में महिलाओं और बालिकों की सुरक्षा से जुड़ा यह अभियान चल रहा है। इसके तहत संस्कृति विवि पूरा पखवाड़ा आयोजित कर रहा है। इसी क्रम में विद्यार्थियों को महिला सुरक्षा और सम्मान संबंधी शपथ अधिवक्ता रुचि चौधरी द्वारा शपथ दिलाई गई। सोमवार को मनोवैज्ञानिक सतीश कौशिक द्वारा घरेलू हिंसा के बारे में बताया गया। अभियान के तहत डीआईजी उप्र पुलिस शलभ माथुर महिला सुरक्षा के बारे में विस्तार से जानकारी देंगे। पखवाड़े में नारा प्रतियोगिता, महिलाओं के स्वास्थ्य सुरक्षा के प्रति विशेषज्ञों द्वारा खानपान की जानकारी भी दी जाएगी।