मथुरा। जीएलए विश्वविद्यालय में इंस्टीट्यूट ऑफ बिजनेसमेंट मैनेजमेंट की असिस्टेंट प्रोफेसर द्वारा एडीटेड पुस्तक एसडीजी-5 ‘जेन्डर इक्वालिटी एंड फिमेल एम्पावरमेंट पॉलिसी फॉर सस्टेनेबल डेवलपमेंट‘ का विमोचन जीएलए के चीफ एग्जीक्यूटिव ऑफीसर नीरज अग्रवाल ने किया।
पुस्तक विमोचन के दौरान एडीटेड पुस्तक के बारे में जानकारी देते हुए जीएलए विश्वविद्यालय, इंस्टीट्यूट ऑफ बिजनेस मैनेजमेंट की असिस्टेंट प्रोफेसर डॉ. रूबी सिंह ने बताया कि एसडीजी-5 पुस्तक क्रिसेन्ट पब्लिसिंग कॉर्पोरेशन दिल्ली में प्रकाशित हो चुकी है, जिसमें महिलाओं और लड़कियों के प्रति शिक्षा के अभाव, उनके अधिकारों के बारे में जागरूकता जैसे कई कारणों पर प्रकाश डाला है। 228 पेज की पुस्तक में ग्राउंड-ब्रेकिंग संग्रह में महिलाओं और पुरुषों के विभिन्न व्यवहार, आकांक्षाएं और आवश्यकताएं शामिल हैं।
उन्होंने बताया कि सरकार ने महिलाओं के पक्ष में कई कानून और अधिनियमों की स्थापना की है, लेकिन दुर्भाग्यवश, संवैधानिक और कानूनी अधिकारों द्वारा उनकी स्वतंत्रता के लिए अभी भी अनदेखी की जा रही है। इस पुस्तक के माध्यम से कुछ अध्याय ऐसे लिखे गए हैं, जिनमें कानून प्रवर्तन की मदद से महिला सशक्तीकरण का मार्ग प्रशस्त करने के साथ-साथ शिक्षा के माध्यम से जागरूकता बढ़ायी जा सकती है ताकि महिलाएं और लड़कियां स्वयं को सशक्त बना सकें।
एसडीजी-5 ‘जेन्डर इक्वालिटी एंड फिमेल एम्पावरमेंट पॉलिसी फॉर सस्टेनेबल डेवलपमेंट‘ पुस्तक का विमोचन करते हुए जीएलए के चीफ एग्जीक्यूटिव ऑफीसर नीरज अग्रवाल ने कहा कि इक्कीसवीं सदी में हमें अपने समाज में एक तालमेल बनाने की आवश्यकता है, जो केवल तभी स्पष्ट हो सकती है, जब हम सभी मिलकर प्रयास करें।
महिला सशक्तीकरण आमतौर पर सामाजिक न्याय और समानता के साथ जुड़ा हुआ है, इसलिए वर्तमान समय में इस पुस्तक का विषय चर्चा करने के लिए महत्वपूर्ण है। जीएलए विष्वविद्यालय, इंस्टीट्यूट ऑफ बिजनेस मैनेजमेंट (स्नातक) के विभागाध्यक्ष प्रो. सोमेश धमीजा ने बताया कि विभागीय शिक्षक द्वारा एडीटेड पुस्तक के माध्यम से विश्वविद्यालय की छात्राओं को सषक्तिकरण के प्रति जागरूक किया जायेगा। इसके अलावा छात्र-छात्राओं को जोड़ने के लिए पुस्तक में लिखे गए विषयों के माध्यम से अवगत कराया जायेगा।
पुस्तक विमोचन के अवसर पर विधि संकाय के डीन प्रो. अविनाश दाधीच, एसोसिएट डीन रिसर्च प्रोकमल शर्मा, डीन रिसोर्स जनरेशन एवं प्लानिंग प्रो. दिवाकर भारद्वाज, आइक्यूएसी डायरेक्टर प्रो. विशाल गोयल, डॉ. अमित अग्रवाल, अंजनी राय आदि उपस्थित रहे।