Tuesday, April 16, 2024
HomeUncategorizedट्रेन में पड़ा था लाल रंग का लावारिस बैग, अधिकारियों ने खोला...

ट्रेन में पड़ा था लाल रंग का लावारिस बैग, अधिकारियों ने खोला तो उड़ गए होश

भारतीय रेल को इंडिया की लाइफ लाइन भी कहा जाता है। ये दुनिया का सबसे बड़ा रेल नेटवर्क भी है। इसमें रोजाना लाखों यात्री सफर करते हैं। ऐसे में यहां आए दिन कुछ अजीबोगरीब घटनाएं भी होती रहती है। अब दिल्ली से बिहार जा रही स्वतंत्रता संग्राम सेनानी स्पेशल ट्रेन का यह मामला ही होश उड़ा देने वाला है। यहां रेलवे के अधिकारियों को एक लवारिस बैग मिला। जब इस बैग को खोलकर देखा गया तो सभी के होश उड़ गए।

लावारिस बैग से निकले 1.4 करोड़ रुपए

इस लाल रंग के लावारिस बैग में पूरे एक करोड़ चालीस लाख रुपए थे। जानकारी के अनुसार ये बीते सोमवार की घटना है। ट्रेन जैसे ही कानपुर आई तो पैंट्री के स्टाफ ने इसकी जानकारी जीआरपी को दी। जब जीआरपी मौके पर आई और बैग खोलकर देखा तो हैरत में पड़ गए। बैग पैसों से भरा हुआ था।

शुरुआत पैसों की संख्या को गुप्त रखा गया था। पहले इसकी गिनती की गई। मंगलवार रात तक अधिकारी नोटों की गिनती करते रहे। इसके बाद बैग में 1.4 करोड़ रुपए होने की बात सामने आई। अधिकारियों ने बाद में इनकम टैक्स डिपार्टमेंट को भी इसकी सूचना दी।

बैग के मालिक की जानकारी नहीं लगी

रेलवे के एक वरिष्ठ अधिकारी के अनुसार यह बैग किस का है, इस बात की जानकारी अभी तक नहीं मिली है। हैरत की बात तो ये है कि अभी तक किसी व्यक्ति ने खुद आगे आकर भी इस बैग पर अपना दावा नहीं ठोका है। अधिकारी ने बताया कि ट्रेन जब आगे बढ़ी तो रास्ते के रूट के किसी भी स्टेशन पर किसी बैग के लापता होने की शिकायत नहीं लिखवाई गई।

रेलवे अधिकारी भी हैं हैरान

स्वतंत्रता संग्राम सेनानी कोविड स्पेशल ट्रेन नई दिल्ली से सोमवार रात 9:15 बजे रवाना हुई थी। यह देर रात 2:51 कानपुर सेंट्रल आई थी। यहां पैंट्री कार के कर्मचारियों ने रेलवे अफसरों को रेल में रेड बैग मिलने की जानकारी दी। यह बैग वहां काफी देर से पड़ा था।

जीआरपी और आरपीएफ टीम ने पहले वहां पहुंच बैग की स्कैनिंग की, ताकि ये पता लगाया जा सके कि इसमें कोई बम तो नहीं है। बाद में उन्होंने इस बैग को अपने कब्जे में ले लिया। बैग से इतनी अधिक मात्रा से पैसे निकलने वाली बात से खुद रेलवे अधिकारी भी सकते में हैं।

RELATED ARTICLES
- Advertisment -

Most Popular

Recent Comments