Saturday, May 18, 2024
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अलीगढ़ जहरीली शराब कांड का भाजपा और रालोद से जुड़े मुख्य आरोपी फरार, 50-50 हजार का इनाम घोषित

अलीगढ़। जहरीली शराब कांड से अब तक 42 लोगों की जान चली गई। कई गांव गम और मातम में डूबे हैं। इस बीच शराब कांड का राजनीति पार्टी के लोग शामिल हैं। पुलिस की छानबीन में पता चला है दो मुख्य आरोपी भारतीय जनता पार्टी और राष्ट्रीय लोकदल से जुड़े रहे हैं। मामले में अब तक 6 लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है। पुलिस ने तीन मुकदमे दर्ज किए हैं, जिनमें गैर-इरादतन हत्या के मामले में एफआईआर दर्ज की गई है। फरार आरोपियों पर पुलिस ने 50-50 हजार का इनाम घोषित किया है।

मुख्य आरोपी भाजपा और राष्ट्रीय लोकदल से जुड़े पाए गए

अलीगढ़ शराब कांड का सियासी कनेक्शन जुड़ता दिख रहा है। पहला मुख्य आरोपी ऋषि शर्मा की पत्नी बीएसपी से ब्लॉक प्रमुख रह चुकी हैं। एक पूर्व मंत्री के साथ ऋषि भाजपा में शामिल हुआ था। अब वह बीडीसी सदस्य है और खुद जवां ब्लॉक से प्रमुख पद का दावेदार है। पूर्व सीएम कल्याण सिंह के पोते और योगी सरकार के मंत्री संदीप सिंह के साथ उसका एक फोटो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। फरार ऋषि पर 50 हजार का इनाम घोषित कर दिया गया है। वहीं दूसरा मुख्य आरोपी अनिल चौधरी आरएलडी से जुड़ा निकला है। उसे पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है।


एसएसपी अलीगढ़ कलानिधि नैथानी के मुताबिक, शराब के धंधे में शामिल अनिल चौधरी सहित छह लोगों को गिरफ्तार किया गया है। ऋषि शर्मा और विपिन यादव फरार हैं। इन पर 50 हजार का इनाम घोषित किया गया है।

अनिल-ऋषि की है धंधे में जुगलबंदी

पुलिस को मिल रही जानकारी के मुताबिक, भले ही अनिल चौधरी और ऋषि शर्मा अलग-अलग सियासी दल से ताल्लुक रखते हों, लेकिन शराब के धंधे में इनकी जुगलबंदी है। मुख्य आरोपी अनिल चौधरी के पिता भी इस धंधे से जुड़े रहे थे। उसके पिता करण सिंह उर्फ कंछी सिंह के खिलाफ 12 साल पहले इगलास थाने में अवैध शराब पकड़े जाने पर एफआईआर हुई थी। अनिल चौधरी की पत्नी ममता चौधरी आरएलडी से वॉर्ड 26 से जिला पंचायत सदस्य चुनी गई हैं। अब जिला पंचायत अध्यक्ष के लिए दावेदारी कर रही हैं।

पुलिस-आबकारी विभाग चलाएगा 15 दिन का अभियान

इस बीच पुलिस ने सुनहरा मोड़ से एक आरोपी कपिल शर्मा को तमंचे के साथ गिरफ्तार किया है। पूछताछ के दौरान पता चला कि एटा का रहने वाला विपिन मिलावटी शराब देता था। फिलहाल वह फरार है। प्रदेश सरकार ने मृतकों के परिवारों को 5-5 लाख रुपये की आर्थिक मदद की घोषणा की है। वहीं, जहरीली शराब से हुई मौतों के बाद आबकारी विभाग प्रशासन और पुलिस के साथ मिल कर एक बार फिर 15 दिन का विशेष अभियान चलाएगा।

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